Edited By Parveen Kumar,Updated: 25 Apr, 2025 06:36 PM
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इसके बाद पाकिस्तान में घबराहट साफ दिखाई दे रही है। खुद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक इंटरव्यू में कबूल किया कि उनका देश पिछले 30 सालों से...
नेशनल डेस्क : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इसके बाद पाकिस्तान में घबराहट साफ दिखाई दे रही है। खुद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक इंटरव्यू में कबूल किया कि उनका देश पिछले 30 सालों से आतंकवाद को पनाह देता रहा है।
हालांकि ख्वाजा आसिफ ने इस गलती की पूरी जिम्मेदारी खुद नहीं ली, बल्कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे पश्चिमी देशों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने यह सब इन देशों के कहने पर किया था और अब इसका नुकसान भुगत रहा है।
भारत तो पहले से ही दुनिया को यह बताता रहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देता है। अब खुद पाकिस्तान के मंत्री ने ये बात मान ली है, जिससे भारत के दावे और मजबूत हो गए हैं। ख्वाजा आसिफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को इस गलती के लिए दोष नहीं देना चाहिए, क्योंकि उसने तो सिर्फ दूसरों की रणनीति के हिसाब से काम किया था। लेकिन उनके इस बयान से पाकिस्तान की जनता नाराज़ है और इसे शर्मनाक बता रही है।
भारत की सख्ती से डरा पाकिस्तान
पहलगाम हमले की जिम्मेदारी "द रेजिस्टेंस फ्रंट" नाम के आतंकी संगठन ने ली है, जो हाफिज सईद के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। इस हमले में पाकिस्तान का हाथ सामने आने के बाद भारत ने कड़े कदम उठाए हैं।
भारत ने पाकिस्तान के साथ कई राजनयिक रिश्ते तोड़ दिए हैं। भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर दिया गया है और उन्हें वापस भेजने को कहा गया है। साथ ही सिंधु नदी संधि को भी फिलहाल रोक दिया गया है। इन सख्त फैसलों से पाकिस्तान बौखला गया है।