Edited By seema,Updated: 12 Jun, 2022 03:46 PM
पाकिस्तान कभी भी अपनी घटिया हरकतों से बाज नहीं आएगा। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर भारत के खिलाफ कई अभियान चलाए गए हैं। यही नहीं, इस मामले को लेकर कई गलत सूचनाएं भी सोशल मीडिया पर साझा की गई हैं।
नेशनल डेस्क: पाकिस्तान कभी भी अपनी घटिया हरकतों से बाज नहीं आएगा। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर भारत के खिलाफ कई अभियान चलाए गए हैं। यही नहीं, इस मामले को लेकर कई गलत सूचनाएं भी सोशल मीडिया पर साझा की गई हैं। डिजिटल फोरेंसिक रिसर्च एंड एनालिटिक्स सेंटर की एक रिपोर्ट से पता चला है कि इन अभियानों का एक प्रमुख स्रोत पाकिस्तान है। इस सिलसिले में रिपोर्ट में खास हैंडल और ट्विटर हैशटैग की पहचान की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक 60 हजार से अधिक यूजर्स में से अधिकांश गैर-सत्यापित यूजर्स (non-verified users) थे। जिन्होंने सभी हैशटैग के साथ बातचीत की। 60,020 विभिन्न देशों के गैर-सत्यापित खाते थे, जिन्होंने पाकिस्तान के 7,100 से अधिक खातों के साथ हैशटैग पर बातचीत की। लोगों के दिमाग में चल रही बेबुनियाद और भ्रामक खबरों के बीच पाकिस्तान के डिजिटल माध्यम और यूजर्स ने कई भ्रामक तस्वीरें शेयर की हैं।
पाकिस्तान ने दी विवाद को हवा
एक लाइव टेलीविजन डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा की टिप्पणी ने एक अंतर्राष्ट्रीय विवाद को जन्म दिया। हालांकि भाजपा ने जहां नूपुर शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया, वहीं सरकार ने कहा कि नूपुर शर्मा की टिप्पणी सरकार के रुख को नहीं दर्शाती है। बता दें कि इस विवाद के बाद कई देशों से भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करने का भी आह्वान किया गया था।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस समय नकली स्क्रीनशॉट साझा करके फेक न्यूज को प्रसारित किया। सबसे वायरल में से एक यह दावा था कि इंग्लिश क्रिकेटर मोईन मुनीर अली ने इंडियन प्रीमियर लीग के बहिष्कार का आह्वान किया और नुपुर शर्मा से माफी मांगने को कहा। ये दावा झूठा था।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि ओमान के ग्रैंड मुफ्ती शेख अहमद बिन हमद अल-खलील ने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की घोषणा की थी। रिपोर्ट में कहा कि शेख अहमद बिन हमद अल-खलील ने नूपुर शर्मा की टिप्पणी की आलोचना की, लेकिन यह दावा करना भ्रामक है कि उन्होंने बॉयकॉट इंडिया की बात कही। रिपोर्ट में कहा गया कि सेवानिवृत्त पाकिस्तानी राजनयिक अब्दुल बासित ने एक इंटरव्यू में निष्कासित भाजपा नेता नवीन जिंदल की पहचान को भ्रमित किया और उन्हें उद्योगपति सज्जन जिंदल का भाई बताया।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उस समय ट्विटर पर ट्रेंडिंग हैशटैग के साथ बातचीत करने वालों के प्रोफाइल की जांच की गई और यह पाया गया कि 7,000 से अधिक खाते पाकिस्तान से थे। इसमें ये भी बताया गया कि लगभग 3,000 उपयोगकर्ता सऊदी अरब से थे, 2,500 भारत से थे, 1,400 मिस्र से थे और 1,000 से अधिक अमेरिका और कुवैत से थे।