Edited By Mahima,Updated: 10 Mar, 2025 12:34 PM

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पाकिस्तान एक भी मैच नहीं जीत पाया और 7वें स्थान पर रहा। पाकिस्तान को बिना एक भी मैच जीते लगभग 2 करोड़ 31 लाख रुपये मिले। दूसरी ओर, भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चैंपियंस...
नेशनल डेस्क: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेज़बानी पाकिस्तान को मिली थी, लेकिन भारत सरकार और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की वजह से भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं गई। इसके बाद ICC ने इस टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित करने का निर्णय लिया। इस मॉडल के तहत भारतीय टीम के सभी मैच दुबई में खेले गए थे, जबकि पाकिस्तान में बाकी मुकाबले हो रहे थे। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा और उसने बिना एक भी मैच हारे चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम किया। भारत को इस जीत के बाद लगभग 20 करोड़ रुपये का इनाम मिला।
वहीं, पाकिस्तान के लिए यह टूर्नामेंट किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। पाकिस्तान की टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई। टूर्नामेंट में उनकी शुरूआत ही खराब रही, जब पहले मैच में उन्हें 60 रनों से हार मिली। इसके बाद भारतीय टीम के खिलाफ उन्हें 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान का तीसरा मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ था, जो बारिश की वजह से रद्द हो गया। इससे पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल तक पहुँचने में नाकाम रही, और अंततः वे इस टूर्नामेंट में 7वें स्थान पर रहे।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान की खराब प्रदर्शन के बाद, उनकी टीम को दो तरह के इनाम मिले। पहले, उन्हें 7वें या 8वें स्थान पर रहने के लिए 140,000 डॉलर (जो भारतीय रुपये में लगभग 1 करोड़ 22 लाख रुपये बनते हैं) का इनाम मिला। इसके अलावा, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भाग लेने के लिए पाकिस्तान को 125,000 डॉलर (जो लगभग 1 करोड़ 9 लाख रुपये होते हैं) मिले। इस तरह, पाकिस्तान को बिना एक भी मैच जीते कुल 2 करोड़ 31 लाख रुपये का इनाम मिला।
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में पाकिस्तान ने भारतीय टीम को हराकर खिताब जीता था। सरफराज अहमद की कप्तानी में पाकिस्तान ने भारत को 180 रनों से हराया था और क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया था। लेकिन 2025 में पाकिस्तान का प्रदर्शन बिलकुल विपरीत रहा। पाकिस्तान के बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों ही अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहे। इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान का कोई भी बल्लेबाज शतक नहीं बना सका। पाकिस्तान के इस निराशाजनक प्रदर्शन ने उनके फैंस को हताश कर दिया, और पूरे टूर्नामेंट में टीम की आलोचना भी हुई। पाकिस्तान के खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के दौरान कोई स्थिरता नहीं दिखी और हर मैच में उनका प्रदर्शन औसत से भी नीचे रहा।