Edited By Tanuja,Updated: 24 Apr, 2025 11:43 AM
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार देर रात कहा कि भारत द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने और राजनयिक संबंधों में कटौती जैसे...
Islamabad: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार देर रात कहा कि भारत द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने और राजनयिक संबंधों में कटौती जैसे कदमों पर प्रतिक्रिया देने के लिए पाकिस्तान का शीर्ष असैन्य और सैन्य नेतृत्व गुरुवार को एक अहम बैठक करेगा।
भारत के 5 बड़े फैसले जो पाकिस्तान को झकझोर गए
- सिंधु जल संधि (1960) स्थगित।
- राजनयिक संबंधों में व्यापक कटौती।
- अटारी बॉर्डर चौकी अस्थायी रूप से बंद।
- SAARC वीजा छूट योजना (SVES) से पाकिस्तान बाहर।
- पहले से जारी SVES वीजा रद्द।
इन फैसलों की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक के बाद की गई। यह सख्त रुख दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में लिया गया है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई।
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पाकिस्तान का जवाब
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक होगी, जिसमें सेना के तीनों प्रमुख, खुफिया एजेंसियों के प्रमुख और कैबिनेट के अहम मंत्री भाग लेंगे। उन्होंने कहा: “भारत के कदमों का उपयुक्त और ठोस जवाब देने के लिए बैठक में रणनीति तय की जाएगी। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों में यह बैठक निर्णायक साबित होगी।”
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कूटनीति या टकराव?
भारत के ताजा कदमों से साफ है कि आतंकवाद को लेकर अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान के जवाबी कदम कूटनीतिक से लेकर आर्थिक मोर्चों तक जा सकते हैं, लेकिन भारत की ओर से पहले ही संदेश दिया जा चुका है “आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते।”