Edited By Mahima,Updated: 05 Oct, 2024 12:57 PM
पाकिस्तान ने 15-16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सेना तैनात करने का निर्णय लिया है। यह सम्मेलन पहली बार पाकिस्तान की मेज़बानी में हो रहा है। भारत के विदेश मंत्री एस...
नेशनल डेस्क: पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि वह 15-16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में आयोजित होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना की तैनाती करेगी। यह सम्मेलन पाकिस्तान द्वारा पहली बार होस्ट किया जा रहा है, जिसमें SCO के आठ सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष और उनके प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे।
सुरक्षा तैनाती का निर्णय
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, यह निर्णय संविधान के Article 245 के तहत लिया गया है। इस Article के तहत सरकार को नागरिक प्रशासन की मदद के लिए सेना की टुकड़ियों को बुलाने का अधिकार है। अधिसूचना में यह भी बताया गया है कि सेना इस्लामाबाद में प्रमुख सरकारी भवनों और रेड जोन की सुरक्षा की देखरेख करेगी। वर्तमान में, अर्धसैनिक रेंजर्स पहले से ही राजधानी में तैनात हैं और सेना इस शिखर सम्मेलन के दौरान सुरक्षा के स्तर को और बढ़ाने का कार्य करेगी। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन में सुरक्षा ड्यूटी के लिए पाकिस्तान सेना, रेंजर्स, फ्रंटियर कोर (एफसी), और पंजाब पुलिस के अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक योजना को मंजूरी दी गई है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी प्रतिभागियों को सुरक्षित वातावरण में सम्मेलन में भाग लेने का अवसर मिले।
भारत की भागीदारी
भारत ने भी इस सम्मेलन में भाग लेने की पुष्टि की है। विदेश मंत्री एस जयशंकर इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जाएंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "विदेश मंत्री 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में आयोजित होने वाले SCO शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए हमारे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।" हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि जयशंकर किसी पाकिस्तानी नेता से मिलेंगे या नहीं। यह यात्रा लगभग एक दशक में किसी भारतीय विदेश मंत्री की पहली पाकिस्तान यात्रा है। 2001 में स्थापित SCO का उद्देश्य क्षेत्र में राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देना है। इस सम्मेलन में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, जिसमें क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, और आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयास शामिल हैं।
सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम
पाकिस्तान सरकार द्वारा उठाए गए सुरक्षा उपाय महत्वपूर्ण हैं, खासकर उस संदर्भ में जब अंतर्राष्ट्रीय नेताओं की बैठक हो रही हो। सम्मेलन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। इसके अंतर्गत प्रमुख सरकारी भवनों, सम्मेलन स्थल और अन्य संवेदनशील स्थानों पर निगरानी रखने के लिए सुरक्षा बलों की एक बड़ी संख्या तैनात की जाएगी। पाकिस्तान ने इस आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तान अपने अंतर्राष्ट्रीय छवि को बनाए रखने और सम्मेलन के दौरान स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए गंभीर है।
भविष्य की संभावनाएँ
यह सम्मेलन न केवल SCO के सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का एक मंच है, बल्कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का एक नया अवसर भी प्रदान कर सकता है। दोनों देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों में रिश्तों में तनाव आया है, लेकिन इस शिखर सम्मेलन के माध्यम से बातचीत की संभावनाएँ एक बार फिर खुल सकती हैं। इस प्रकार, इस्लामाबाद में होने वाला SCO शिखर सम्मेलन क्षेत्रीय स्थिरता, आर्थिक सहयोग, और राजनीतिक संवाद को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। सभी की निगाहें इस महत्वपूर्ण घटना पर टिकी हुई हैं, जो न केवल सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा का मंच प्रदान करेगा, बल्कि यह क्षेत्रीय संबंधों को भी नई दिशा देने में मदद कर सकता है।