Edited By Parveen Kumar,Updated: 30 Sep, 2024 10:49 PM
पाकिस्तान के एक नागरिक को उसकी पत्नी और दो अन्य व्यक्तियों के साथ कथित तौर पर पिछले छह वर्षों से फर्जी पहचान पत्र के साथ अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
नेशनल डेस्क : पाकिस्तान के एक नागरिक को उसकी पत्नी और दो अन्य व्यक्तियों के साथ कथित तौर पर पिछले छह वर्षों से फर्जी पहचान पत्र के साथ अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। प्रारंभिक जांच के अनुसार, उक्त पाकिस्तानी नागरिक की पत्नी बांग्लादेश से है और पहले वे ढाका में थे, जहां उनकी शादी हुई थी। यह जोड़ा कथित तौर पर 2014 में दिल्ली आया था और बाद में 2018 में बेंगलुरु चला गया। गिरफ्तार किए गए दो अन्य व्यक्ति उसके ससुराल वाले हैं। रविवार को बेंगलुरु के बाहरी इलाके जिगानी में छापेमारी के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे जिगानी के निरीक्षक ने एक मामले की जांच की और मामला दर्ज किया। एक परिवार के चार लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अवैध रूप से यहां रह रहे थे। अब एक मामला दर्ज कर लिया गया है और उन चारों व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के नतीजे के आधार पर हम आगे की कार्रवाई करेंगे।'' उन्होंने बताया कि वे पिछले छह सालों से जिगानी में किराये के एक मकान में रह रहे थे। उन्होंने कथित तौर पर फर्जी नामों से पहचान पत्र बनवाए हैं। पुलिस गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से उसके नेटवर्क और गतिविधियों के बारे में पूछताछ कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनके बारे में विवरण एकत्र कर लिये हैं और मामले की जांच कर रहे हैं। वे एक गैराज को सामग्री की आपूर्ति कर रहे थे, लेकिन इसकी जांच की जरूरत है।''
अधिकारी से जब गिरफ्तार व्यक्तियों के घर से 'जब्त की गयी सामग्री' के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘यह जांच का हिस्सा है।'' कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उनकी जांच की जा रही है। परमेश्वर ने कहा, ‘‘वे कैसे आए? वे सभी क्यों आए? इन सभी की जांच की जाएगी। अगर वे पिछले 10 सालों से भारत में थे... अगर यह सच है तो खुफिया एजेंसियां उनका पता क्यों नहीं लगा पाईं? वे (भारतीय) पासपोर्ट बनवाने की हद तक चले गए... ऐसे में आधार कार्ड बनवाना उनके लिए कोई मायने नहीं रखता। उन्होंने अपना नाम बदल लिया और एक रेस्टोरेंट भी संचालित कर रहे थे।''