Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 26 Mar, 2025 06:23 AM

राजस्थान के जैसलमेर में सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी जासूस पठान खान को गिरफ्तार किया है। 40 वर्षीय पठान खान पर आरोप है कि वह भारतीय सेना के संवेदनशील इलाकों की तस्वीरें और वीडियो पाकिस्तान भेज रहा था। फिलहाल, आरोपी से...
नेशनल डेस्क: राजस्थान के जैसलमेर में सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी जासूस पठान खान को गिरफ्तार किया है। 40 वर्षीय पठान खान पर आरोप है कि वह भारतीय सेना के संवेदनशील इलाकों की तस्वीरें और वीडियो पाकिस्तान भेज रहा था। फिलहाल, आरोपी से सीआईडी, आईबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियां गहन पूछताछ कर रही हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
पठान खान को जैसलमेर के मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र से पकड़ा गया। जांच एजेंसियों को लंबे समय से उस पर शक था। उसके मोबाइल फोन की जांच करने पर सेना क्षेत्र के फोटो और वीडियो मिले, जिनकी जांच में सामने आया कि वह इन्हें पाकिस्तान भेज रहा था। आरोपी के पाकिस्तान में रिश्तेदार भी हैं, जिससे उसकी गतिविधियां और संदिग्ध हो गईं।
सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी
जैसलमेर पाकिस्तान सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है, जहां सेना और बीएसएफ की तैनाती रहती है। सीमा के पास होने के कारण यहां हमेशा सतर्कता बरती जाती है। हाल के दिनों में जैसलमेर में सुरक्षा एजेंसियों ने जासूसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी है। इस कार्रवाई को उसी सतर्कता का नतीजा माना जा रहा है।
बीकानेर में भी पकड़ा गया था जासूस
यह कोई पहला मामला नहीं है जब राजस्थान में पाकिस्तानी जासूस पकड़ा गया हो। इससे पहले बीकानेर के महाजन रेलवे स्टेशन पर तैनात एक कर्मचारी भवानी सिंह को भी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह सोशल मीडिया के जरिए एक पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में आया था और हनीट्रैप का शिकार हो गया। भवानी सिंह ने भारतीय सेना की गतिविधियों की खुफिया जानकारी आईएसआई को दी थी।
जैसलमेर और बाड़मेर जैसे सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन अटैक और हथियार तस्करी की घटनाएं भी सामने आई हैं। इस वजह से सुरक्षा बलों ने अपनी सतर्कता और बढ़ा दी है।
पाकिस्तान को खुफिया जानकारी भेजने का ट्रेंड
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई अक्सर सीमावर्ती इलाकों में हनीट्रैप और पैसों का लालच देकर लोगों को जासूसी के लिए तैयार करती है। सोशल मीडिया के जरिए एजेंट्स लोगों को फंसाने की कोशिश करते हैं।