Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 14 Jan, 2025 04:54 PM
आजकल की दुनिया में सीमाएँ केवल भौतिक रूप से होती हैं, लेकिन शिक्षा और ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती। हाल ही में, चंडीगढ़ स्थित यूपीएससी मेंटर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म स्लीपी क्लासेस के संस्थापक शेखर दत्त ने एक ऐसा दिल को छूने वाला अनुभव साझा किया है, जो...
इंटरनेशनल डेस्क : आजकल की दुनिया में सीमाएँ केवल भौतिक रूप से होती हैं, लेकिन शिक्षा और ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती। हाल ही में, चंडीगढ़ स्थित यूपीएससी मेंटर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म स्लीपी क्लासेस के संस्थापक शेखर दत्त ने एक ऐसा दिल को छूने वाला अनुभव साझा किया है, जो यह साबित करता है कि शिक्षा और सहयोग की ताकत सीमाओं को पार कर सकती है। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोगों ने इसे अत्यधिक सराहा।
शेखर दत्त ने अपनी पोस्ट में एक स्क्रीनशॉट साझा किया, जो एक पाकिस्तानी छात्र के संदेश का था। इस छात्र ने पाकिस्तान में सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज (सीएसएस) परीक्षा की तैयारी के बारे में लिखा था। छात्र ने अपने संदेश में कहा, "मैं पाकिस्तान से हूं और एक समाजशास्त्री भी हूं। मैं यह संदेश आपको मेरी परीक्षा के लिए शुभकामनाएं देने के लिए भेज रहा हूं।" छात्र ने आगे बताया कि यह उनका दूसरा प्रयास था और उन्होंने अपनी पूरी मेहनत से तैयारी की थी, बावजूद इसके वह कई तरह के संदेहों और भ्रमों का शिकार थे।
बताया, शेखर दत्त की प्रेरणा से मिलती है उम्मीद
पाकिस्तानी छात्र ने अपनी परेशानी साझा करते हुए लिखा, "मैं अभी भी भ्रमित हूं, लेकिन शेखर दत्त के प्रेरक शब्दों ने मुझे काफी मदद की है। मैं उनके ट्वीट्स और विचारों को रोज़ देखता हूं और उनसे बहुत कुछ सीखा है।" यह संदेश शेखर दत्त के लिए एक गर्व का क्षण था, क्योंकि उनके प्रेरक शब्दों ने न केवल इस छात्र को साहस दिया, बल्कि उन्होंने यह भी महसूस कराया कि शिक्षा की कोई सीमा नहीं होती।
ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती - शेखर दत्त
अपने सोशल मीडिया पोस्ट में शेखर दत्त ने लिखा, "ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती।" उन्होंने इस उदाहरण को साझा करते हुए कहा कि यह घटना यह साबित करती है कि ज्ञान, विचार और प्रेरणा का कोई भौतिक या राजनीतिक सीमा नहीं होती। उनका मानना है कि सही मार्गदर्शन और सकारात्मक सोच से कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य तक पहुँच सकता है, चाहे वह दुनिया के किसी भी हिस्से में हो।
इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूज़र्स ने इस संदेश को लेकर अपने विचार साझा किए। एक यूज़र ने लिखा, "ज्ञान का कोई कृत्रिम सीमा नहीं होती, यह सार्वभौमिक होता है।" वहीं एक अन्य ने कहा, "सभी सीमाएँ मानव निर्मित हैं।" कई लोगों ने शेखर दत्त की सराहना की और उन्हें एक महान शिक्षक बताया।
सीमाओं से परे एक और दिल छूने वाली कहानी
यह पहली बार नहीं है जब ऐसी एक प्रेरक कहानी सामने आई हो। कुछ महीने पहले, सोशल मीडिया पर एक भारतीय व्लॉगर और ईरान में पढ़ रहे पाकिस्तानी छात्र की दिल छूने वाली कहानी ने तहलका मचा दिया था। ईरान में एक पाकिस्तानी छात्र ने भारतीय व्लॉगर की मदद की थी, जिन्होंने वहां यात्रा करते समय इंटरनेट की समस्या का सामना किया था। इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि सहयोग और मदद की भावना दुनिया भर के लोगों को जोड़ सकती है, चाहे वे किसी भी देश से हों।