Edited By Radhika,Updated: 24 Jan, 2025 06:30 PM
कोल्हापुर कुश्ती, गुड़, खाद्य संस्कृति के साथ- साथ वहां की चप्पल के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। आम आदमी से लेकर बॉलीवुड अभिनताओं के बीच में इसका काफी ट्रेंड देखा जाता है। भारत के बाद अब पाकिस्तान में भी इस चप्पल का काफी ट्रेंड देखने को मिल रहा है।
नेशनल डेस्क: कोल्हापुर कुश्ती, गुड़, खाद्य संस्कृति के साथ- साथ वहां की चप्पल के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। आम आदमी से लेकर बॉलीवुड अभिनताओं के बीच में इसका काफी ट्रेंड देखा जाता है। भारत के बाद अब पाकिस्तान में भी इस चप्पल का काफी ट्रेंड देखने को मिल रहा है।
कोल्हापुर में चमड़े की चप्पलों का उद्योग बहुत पुराना है। यहां के कारीगरों द्वारा बनाई गई चप्पलें "कोल्हापुरी चप्पल" के नाम से प्रसिद्ध हैं. राजर्षि शाहू महाराज ने इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई मदद की, जिससे कोल्हापुर की चप्पलों को बड़ी बाजार मिली। अब ये चप्पलें अमेरिका, सिंगापुर, कनाडा जैसे देशों में भी बेची जा रही हैं, यह जानकारी चप्पल बनाने वाले व्यापारी रोहित कांबले ने दी।
कोल्हापुरी चप्पल का आकर्षण भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी बढ़ रहा है। खासकर पाकिस्तान में कोल्हापुरी चप्पल की बड़ी मांग हो रही है। पहले पाकिस्तान के पहलवान कुश्ती के अभ्यास के लिए कोल्हापुर आते थे, अब वहां के लोग गर्मी और उमस से राहत पाने के लिए कोल्हापुरी चप्पल को पसंद कर रहे हैं। इसी वजह से अब कोल्हापुर से पाकिस्तान को भी चप्पलें निर्यात हो रही हैं।
कोल्हापुरी चप्पल की पारंपरिक डिज़ाइन बहुत प्रसिद्ध है, लेकिन अब बाजार में ट्रेंडी और नई तरह की कोल्हापुरी चप्पलें भी उपलब्ध हैं। पाकिस्तान में भी वहां के मौसम के कारण इन चप्पलों की बड़ी मांग है। इन चप्पलों को बनाने में तेल का उपयोग किया जाता है, जिससे पहनने पर यह ठंडी और मुलायम लगती हैं। पुरुषों और महिलाओं दोनों की कोल्हापुरी चप्पलों की मांग पाकिस्तान से बढ़ रही है।
डिजिटल दुनिया के कारण कोल्हापुरी चप्पल का व्यापार और भी बढ़ा है। अब ऑनलाइन मार्केट के जरिए इन चप्पलों का निर्यात बड़े पैमाने पर हो रहा है। इससे दुनियाभर के लोग कोल्हापुरी चप्पलें खरीदने के लिए आकर्षित हो रहे हैं, और पाकिस्तान के लोग भी इसका फायदा उठा रहे हैं।