Edited By Mahima,Updated: 09 Aug, 2024 10:32 AM
पेरिस ओलंपिक 2024 के सबसे बड़े और बहुप्रतीक्षित इवेंट 'जैवलिन थ्रो' में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत के नीरज चोपड़ा को हराकर गोल्ड मेडल जीता। अरशद ने 92.97 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
नेशनल डेस्क: पेरिस ओलंपिक 2024 के सबसे बड़े और बहुप्रतीक्षित इवेंट 'जैवलिन थ्रो' में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत के नीरज चोपड़ा को हराकर गोल्ड मेडल जीता। अरशद ने 92.97 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। वहीं, नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर की दूरी पर भाला फेंककर भारत को सिल्वर मेडल दिलाया। इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 88.54 मीटर थ्रो के साथ जीता।
इस परिणाम ने भारत के पदक तालिका पर गहरा असर डाला है। पेरिस ओलंपिक में भारत के अब तक कुल 5 मेडल हैं, जिनमें 1 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज शामिल हैं। इन सभी मेडल पर पाकिस्तान का एक गोल्ड मेडल भारी पड़ा है। इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान मेडल तालिका में भारत से ऊपर 53वें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि भारत 64वें स्थान पर है। नीरज चोपड़ा पर इस बार काफी उम्मीदें थीं कि वह भारत को इस ओलंपिक का पहला गोल्ड मेडल दिलाएंगे, लेकिन अरशद नदीम ने अपनी शानदार थ्रो से सभी उम्मीदों को ध्वस्त कर दिया।
The pakistani Arshad Nadeem shatters the Olympic javelin record with a throw of 92.97m on his second attempt 🤯🇵🇰.#Paris2024
📸 Getty Images/Julian Finney pic.twitter.com/LGD1I6kvSw
— Paris 2024 (@Paris2024) August 8, 2024
पाकिस्तान की हॉकी टीम ने 1992 में जीता ब्रॉन्ज मेडल
अरशद का यह गोल्ड पाकिस्तान का 1992 के बाद पहला ओलंपिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक है। इससे पहले पाकिस्तान की हॉकी टीम ने 1992 में बार्सिलोना ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। अरशद नदीम ने अपने 92.97 मीटर के थ्रो के साथ ओलंपिक रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। उन्होंने नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्डसेन का 90.57 मीटर का रिकॉर्ड तोड़ा। यह रिकॉर्ड पहले बीजिंग ओलंपिक 2008 में बनाया गया था। नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक 2021 में 87.58 मीटर का थ्रो करके गोल्ड मेडल जीता था, लेकिन पेरिस में उन्होंने 89.45 मीटर का थ्रो किया और सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। पेरिस ओलंपिक में जैवलिन थ्रो का वर्ल्ड रिकॉर्ड चेक गणराज्य के जान जेलेजनी के नाम पर है, जिन्होंने 1996 में 98.48 मीटर का थ्रो करके यह रिकॉर्ड बनाया था।
#WATCH | Paris: On winning a silver medal in men's javelin throw at #ParisOlympics2024, Ace javelin thrower Neeraj Chopra says, "We all feel happy whenever we win a medal for the country...It's time to improve the game now...We will sit and discuss and improve the… pic.twitter.com/kn6DNHBBnW
— ANI (@ANI) August 9, 2024
नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में 6 प्रयास किए, जिनमें से 5 फाउल रहे, लेकिन उनके दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर का थ्रो काफी प्रभावी रहा। वहीं अरशद नदीम ने कुल 6 प्रयास किए, जिनमें से केवल एक फाउल था और बाकी सभी प्रयासों में अच्छी दूरी तय की। अरशद नदीम पाकिस्तान के पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने व्यक्तिगत इवेंट में ओलंपिक गोल्ड मेडल जीता है। इससे पहले 1960 के रोम ओलंपिक में मोहम्मद बशीर ने कुश्ती में और 1988 के सियोल ओलंपिक में बॉक्सर हुसैन शाह ने ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। पाकिस्तान की हॉकी टीम ने भी ओलंपिक में कई पदक जीते हैं, जिसमें 1956 से लेकर 1992 तक कई स्वर्ण और सिल्वर मेडल शामिल हैं। नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक में दो मेडल जीतकर भारत का नाम ऊंचा किया है, और वह व्यक्तिगत इवेंट में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं।
पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो फाइनल में खिलाड़ियों के बेस्ट थ्रो की सूची
1. अरशद नदीम (पाकिस्तान) - 92.97 मीटर
2. नीरज चोपड़ा (भारत) - 89.45 मीटर
3. एंडरसन पीटर्स (ग्रेनाडा) - 88.54 मीटर
4. जैकब वाडलेच (चेक रिपब्लिक) - 88.50 मीटर
5. जूलियस येगो (केन्या) - 87.72 मीटर
6. जूलियन वेबर (जर्मनी) - 87.40 मीटर
7. केशोर्न वाल्कॉट (त्रिनिदाद एंड टोबैगो) - 86.16 मीटर
8. लस्सी एतेलाटालो (फिनलैंड) - 84.58 मीटर
9. ओलिवर हेलैंडर (फिनलैंड) - 82.68 मीटर
10. टोनी केरानेन (फिनलैंड) - 80.92 मीटर
11. लुईज मौरिसियो डा सिल्वा (ब्राजील) - 80.67 मीटर
12. एंड्रियन मर्डारे (मोल्डोवा) - 80.10 मीटर
2016 रियो में सिल्वर और 2020 में ब्रॉन्ज
नीरज चोपड़ा ने इसके पहले, 2008 बीजिंग ओलंपिक में अभिवंदन बिंद्रा ने शूटिंग में गोल्ड मेडल जीता था, लेकिन इसके बाद वह कोई अन्य मेडल नहीं जीत सके। यदि नीरज पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतते, तो वह ओलंपिक इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले दुनिया के 5वें और भारत के पहले खिलाड़ी बन जाते। इसके साथ ही, वह व्यक्तिगत इवेंट में दो गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय भी बन सकते थे, लेकिन इस बार वह इस कीर्तिमान से चूक गए। नीरज चोपड़ा के अलावा, भारतीय ओलंपिक इतिहास में रेसलर सुशील कुमार और बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने व्यक्तिगत इवेंट में दो मेडल जीते हैं। सुशील कुमार ने 2008 बीजिंग में ब्रॉन्ज और 2012 लंदन में सिल्वर मेडल जीते, जबकि पीवी सिंधु ने 2016 रियो में सिल्वर और 2020 टोक्यो में ब्रॉन्ज मेडल जीते। नीरज चोपड़ा की यह उपलब्धि भारतीय खेल जगत में एक नई प्रेरणा का संचार करती है और युवा खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करती है।
नीरज के अब तक ये मेडल हैं:
- पेरिस ओलंपिक 2024: सिल्वर मेडल
- टोक्यो ओलंपिक 2021: गोल्ड मेडल
- एशियन गेम्स 2018: गोल्ड मेडल
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2018: गोल्ड मेडल
- एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2017: गोल्ड मेडल
- वर्ल्ड U-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2016: गोल्ड मेडल
- साउथ एशियन गेम्स 2016: गोल्ड मेडल
- एशियन जूनियर चैंपियनशिप 2016: सिल्वर मेडल