Edited By Rahul Rana,Updated: 22 Nov, 2024 03:57 PM
फिक्स्ड डिपॉजिट समय से पहले तोड़ने पर अब आपको पेनल्टी देनी होगी। कुछ जरूरी कारणों से या फिर अचानक आई इमरजेंसी के दौरान जमाकर्ता को अपना फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) समय से पहले निकालना पड़ जाता है। इसके लिए कस्टमर या जमाकर्ता को बैंक से प्री-मैच्योर FD...
नॅशनल डेस्क। फिक्स्ड डिपॉजिट समय से पहले तोड़ने पर अब आपको पेनल्टी देनी होगी। कुछ जरूरी कारणों से या फिर अचानक आई इमरजेंसी के दौरान जमाकर्ता को अपना फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) समय से पहले निकालना पड़ जाता है। इसके लिए कस्टमर या जमाकर्ता को बैंक से प्री-मैच्योर FD निकालने की अनुमति तो है लेकिन इसके लिए एक राशि पेनल्टी के तौर पर बैंक चार्ज करती और जमा की गई धनराशि से काट ली जाती है। अगर आप बैंक में जमा की गई अपनी एफडी को समय से पहले निकालने की योजना बना रहे हैं तो इस बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए कि प्री-मैच्योर एफडी पर बैंक आपको कितनी पेनल्टी चार्ज करता है।
पोस्ट ऑफिस की एफडी स्कीम
यदि आप पोस्ट ऑफिस की एफडी स्कीम में निवेश करते हैं, तो यहां आपको 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल के लिए निवेश का विकल्प मिलता है।
: यह स्कीम सरकारी सुरक्षा के साथ आती है।
: अलग-अलग अवधि के लिए ब्याज दरें अलग होती हैं।
: 5 साल की एफडी पर इनकम टैक्स में छूट का भी लाभ मिलता है।
अचानक पैसों की जरूरत पर क्या करें?
अक्सर ऐसा होता है कि निवेश के दौरान अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है। इस स्थिति में लोग अपनी एफडी तोड़ने का विकल्प चुनते हैं। लेकिन ऐसा करने से पेनाल्टी और ब्याज की कटौती का सामना करना पड़ता है।
: समय से पहले एफडी तुड़वाने पर वह ब्याज नहीं मिलता जो तय अवधि पूरी होने पर मिलता।
: इससे आपकी कुल कमाई कम हो जाती है।
एफडी तुड़वाने पर पेनाल्टी के नियम
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) जैसे सरकारी बैंकों में एफडी तोड़ने पर निम्नलिखित पेनाल्टी का भुगतान करना पड़ सकता है:
5 लाख तक की एफडी:
समय से पहले तोड़ने पर 0.50% तक की पेनाल्टी लगती है।
5 लाख से 1 करोड़ तक की एफडी:
1% तक पेनाल्टी का भुगतान करना पड़ सकता है।
ब्याज में कटौती:
समय से पहले एफडी तोड़ने पर तय ब्याज दर में 1% तक की कटौती की जाती है।
पेनाल्टी से बचने के उपाय
अगर आप समय से पहले एफडी तोड़ने पर पेनाल्टी नहीं चुकाना चाहते, तो निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
इमरजेंसी फंड बनाएं:
: एफडी कराने से पहले एक अलग इमरजेंसी फंड तैयार करें।
: इससे अचानक जरूरत पड़ने पर एफडी तोड़ने की नौबत नहीं आएगी।
छोटी-छोटी एफडी कराएं:
: एक बड़ी रकम की जगह, छोटे-छोटे अमाउंट की कई एफडी कराएं।
: जरूरत पड़ने पर सिर्फ एक एफडी तोड़कर काम चला सकते हैं।
शॉर्ट-टर्म एफडी चुनें:
अगर आपको लगता है कि जल्दी पैसे की जरूरत पड़ सकती है, तो कम अवधि वाली एफडी चुनें।
सावधि जमा पर लोन लें:
एफडी को तोड़ने की बजाय आप एफडी पर लोन भी ले सकते हैं। यह ब्याज दर पर निर्भर करता है, लेकिन यह पेनाल्टी से सस्ता पड़ सकता है।
एफडी क्यों है लोकप्रिय?
- सुरक्षा: यह निवेश बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होता।
- प्री-डिसाइडेड रिटर्न: एफडी पर मिलने वाला ब्याज पहले से तय होता है।
- लिक्विडिटी विकल्प: जरूरत पड़ने पर आप एफडी को तोड़ सकते हैं या उस पर लोन ले सकते हैं।
अंत में बता दें कि एफडी एक सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प है। हालांकि, इसमें निवेश करने से पहले अपनी जरूरतों और आपातकालीन स्थिति का ध्यान रखें। छोटे-छोटे अमाउंट में एफडी कराना और इमरजेंसी फंड तैयार रखना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। साथ ही एफडी तोड़ने से बचने के लिए लोन लेने जैसे विकल्पों पर भी विचार करें।