डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान में पेंशनभोगियों ने बनाया नया रिकॉर्ड, जारी हुए 10 मिलियन प्रमाण पत्र : जितेंद्र सिंह

Edited By Utsav Singh,Updated: 27 Nov, 2024 05:46 PM

pensioners set new record in digital life certificate campaign  jitendra singh

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को जानकारी दी कि देशभर के पेंशनभोगियों द्वारा चल रहे विशेष अभियान के दौरान एक महीने में एक करोड़ डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) बनाए गए हैं। यह अभियान 1 नवम्बर से 30 नवम्बर 2024 तक पूरे देश के 800 शहरों और...

नेशनल डेस्क : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को जानकारी दी कि देशभर के पेंशनभोगियों द्वारा चल रहे विशेष अभियान के दौरान एक महीने में एक करोड़ डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) बनाए गए हैं। यह अभियान 1 नवम्बर से 30 नवम्बर 2024 तक पूरे देश के 800 शहरों और कस्बों में चलाया जा रहा है।

डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 की शुरुआत
इस अभियान की शुरुआत केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस महीने के शुरू में की थी। इस अभियान का उद्देश्य पेंशनभोगियों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है, ताकि उन्हें पेंशन के संबंध में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

पेंशनभोगियों के लिए बड़ी उपलब्धि
मंत्री ने बताया कि डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र का यह अभियान पेंशनभोगियों और वृद्ध नागरिकों के लिए काफी सुविधाजनक साबित हो रहा है। अब पेंशनभोगियों को बैंक जाने की जरूरत नहीं है। इस सुविधा से न केवल पेंशनभोगियों का जीवन आसान हुआ है, बल्कि उन्हें तकनीकी समस्याओं का भी सामना नहीं करना पड़ता।

प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 'मन की बात' के 116वें एपिसोड में कहा था कि अब डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र के जरिए पेंशनभोगियों को आसानी से अपनी पेंशन मिल रही है। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत अब तक 80 लाख से अधिक पेंशनभोगी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त कर चुके हैं, जिनमें 2 लाख से ज्यादा पेंशनभोगी 80 वर्ष से अधिक उम्र के हैं।

डिजिटल सशक्तिकरण के लिए सरकार की कोशिश
मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल सशक्तिकरण के दृष्टिकोण को अब सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है। इसके तहत पेंशन वितरित करने वाले बैंक, पेंशन और पेंशनर कल्याण विभाग, रेलवे मंत्रालय, डाक विभाग, UIDAI, और पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन सभी मिलकर इस अभियान को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।

फेस ऑथेंटिकेशन से बढ़ी सफलता
मंत्री ने बताया कि 26 नवम्बर 2024 तक जारी किए गए एक करोड़ डिजिटल जीवन प्रमाण पत्रों में से 30,34,218 यानी 30 प्रतिशत से अधिक प्रमाण पत्र फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए जारी किए गए हैं। यह संख्या पिछले अभियान की तुलना में 202 गुना अधिक है।

डिजिटल टूल्स के प्रति प्रतिबद्धता
जितेंद्र सिंह ने इस उपलब्धि को भारत सरकार की यह प्रतिबद्धता बताया कि डिजिटल टूल्स का उपयोग पेंशनभोगियों के फायदे के लिए किया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से सरकार ने यह साबित किया है कि डिजिटल सशक्तिकरण के जरिए पेंशनभोगियों के जीवन को और भी सरल बनाया जा सकता है।

भविष्य की दिशा
यह अभियान अब पूरे देश में पेंशनभोगियों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप जारी रहेगा, ताकि सभी पेंशनभोगियों को डिजिटल माध्यम से उनके हक का लाभ मिल सके।

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