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राम मंदिर से चिढे लोग कुंभ को कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं, उन्हें बिहार माफ नहीं करेगा : मोदी

Edited By Parveen Kumar,Updated: 24 Feb, 2025 07:56 PM

people irritated with ram mandir are not leaving any chance to curse kumbh

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद द्वारा महाकुंभ को लेकर की गयी टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए सोमवार को कहा कि राम मंदिर से चिढने वाले लोग महाकुंभ को कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं लेकिन ऐसे लोगों को...

नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद द्वारा महाकुंभ को लेकर की गयी टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए सोमवार को कहा कि राम मंदिर से चिढने वाले लोग महाकुंभ को कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं लेकिन ऐसे लोगों को बिहार कभी भी माफ नहीं करेगा। बिहार के भागलुपर जिले में किसान सम्मान निधि की 19 वीं किस्त जारी किये जाने को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने अपने संबोधन में प्रसाद पर प्रहार करते हुए कहा, ‘‘राजग सरकार भारत की गौरवशाली विरासत के संरक्षण और वैभवशाली भविष्य के निर्माण के लिए एक साथ काम कर रही है, लेकिन यह जो जंगल राज वाले हैं, इनको हमारी धरोहर से, हमारी आस्था से नफरत है।''

राजद सुप्रीमो पर अपना प्रहार जारी रखते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ इस समय प्रयागराज में एकता का महाकुंभ चल रहा है। यह भारत की आस्था, एकता और समरसता का सबसे बड़ा महोत्सव है । पूरे यूरोप की जितनी जनसंख्या है, उससे भी ज्यादा लोग अब तक महाकुंभ में डुबकी लगा चुके हैं। बिहार से भी श्रद्धालु महाकुंभ होकर आ रहे हैं लेकिन यह जंगल राज वाले महाकुंभ को ही गाली दे रहे हैं। वे महाकुंभ को लेकर भद्दी-भद्दी बातें कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘राम मंदिर से चिढने वाले लोग महाकुंभ को भी कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। मैं जानता हूं कि महाकुंभ को गाली देने वाले ऐसे लोगों को बिहार कभी भी माफ नहीं करेगा।''

उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वोदय से ही विकसित भारत का उदय होगा और हमारा बिहार, पूर्वी भारत का सबसे अहम स्तंभ है। बिहार, भारत के सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। राजद के लंबे कुशासन ने बिहार को बर्बाद किया, बिहार को बदनाम किया लेकिन अब विकसित भारत में बिहार का वही स्थान होगा जो प्राचीन समृद्ध भारत में पाटलिपुत्र का था । हम सभी मिलकर निरंतर प्रयास कर रहे हैं।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बिहार में आधुनिक कनेक्टिविटी के लिए, सड़कों के नेटवर्क के लिए, जनकल्याण की योजनाओं के लिए राजग सरकार प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है।'' उन्होंने कहा कि मुंगेर से भागलपुर होते हुए मिर्जा चौकी तक करीब 5000 करोड रुपए की लागत से नया राजमार्ग बनाने का काम शुरू हो रहा है तथा भागलपुर से औंसडीहा तक फोरलेन सड़क को चौड़ा करने का काम भी शुरू होने जा रहा है ।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने विक्रमशिला से कटारिया तक नई रेल लाइन और रेल पुल को भी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा यह भागलपुर संस्कृति और ऐतिहासिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण रहा है। विक्रमशिला विश्वविद्यालय के कालखंड में यह वैश्विक ज्ञान का केंद्र हुआ करता था। हम नालंदा विश्वविद्यालय के प्राचीन गौरव को आधुनिक भारत से जोड़ने का काम शुरू कर चुके हैं । नालंदा विश्वविद्यालय के बाद अब विक्रमशीला में केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है।

मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चैधरी जी समेत बिहार सरकार की पूरी टीम को बधाई देता हूं। आप इस परियोजना से जुडी जरूरतों को पूरा करने में तेजी से जुटे हुए हैं।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बिहार को समृद्धि के नए पथ पर ले जाने के लिए हम ऐसे ही मदद करते रहेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘आज जो किसान सम्मान निधि दी गई है, उसके तहत बिहार के किसानों के खाते में सीधे करीब 1600 करोड रुपए पहुंच चुके हैं।''

मोदी ने कहा, ‘‘हमने लाल किला से कहा था कि भारत के चार मजबूत स्तंभ हैं। ये स्तंभ हैं- गरीब, अन्नदाता किसान, हमारे नौजवान तथा हमारे देश की नारी शक्ति। राजग सरकार चाहे केंद्र में हो या फिर यहां नीतीश जी के नेतृत्व में चल रही सरकार हो, किसान कल्याण हमारी प्राथमिकता में शामिल है।'' उन्होंने कहा, ‘‘बीते दशक में हमने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी शक्ति से काम किया है। किसानों को खेती के लिए अच्छे बीज, पर्याप्त और सस्ती खाद, सिंचाई की सुविधा, पशुओं को बीमारी से बचाव चाहिए तथा उन्हें आपदा के समय नुकसान से सुरक्षा चाहिए... पहले इन सभी पहलुओं को लेकर किसान संकट से घिरा रहता था ।'' मोदी ने चारा घोटाला में सजायाफ्ता रहे लालू प्रसाद का नाम लिए बिना उनकी ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं, वह इन स्थितियों को कभी भी नहीं बदल सकते। राजग सरकार ने स्थिति को बदला है। बीते वर्षों में हमने सैंकडों आधुनिक किस्म की बीज, किसानों को दिए ।''

मोदी ने कहा, ‘‘पहले यूरिया के लिए किसान लाठी खाता था और यूरिया की कालाबाजारी होती थी। आज किसानों को पर्याप्त खाद मिलती है । हमने तो कोरोना के महासंकट के दौरान भी किसानों को खाद की कमी नहीं होने दी । आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर राजग सरकार न होती तो क्या होता, हमारे किसान भाई-बहनों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़ती, बरौनी का उर्वरक कारखाना बंद पड़ा होता। दुनिया के कई देशों में खाद की बोरी 3000 रूपये की मिल रही है, लेकिन हम किसानों को वह 300 रुपये से भी कम में देते हैं ।'' उन्होंने कहा,‘‘राजग सरकार न होती तो यूरिया की एक बोरी आपको 3000 रुपये की मिलती। यूरिया और डीएपी के लिए जो पैसा किसानों को खर्च करना था, वह केंद्र सरकार खुद खर्च कर रही है ।

बीते 10 साल में करीब 12 लाख करोड रुपये जो खाद खरीदने के लिए आपके जेब से जाने थे वह बच गए । वह केंद्र सरकार ने बजट में से दिए हैं । राजग सरकार नहीं होती तो आपको पीएम किसान सम्मान निधि भी नहीं मिलती । इस योजना को शुरू हुए करीब छह साल हुए हैं। अभी तक लगभग तीन लाख 70 हजार करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में पहुंच चुके हैं। बीच में कोई बिचैलिया नहीं है, कोई कटौती नहीं होती है। छोटे किसानों को पहले सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिल पाता था। उनका हक भी बिचौलिये हड़प लेते थे, लेकिन यह मोदी है, यह नीतीश जी है, जो किसानों का हक किसी को नहीं खाने देंगे । कांग्रेस और जंगलराज वाले जब सरकार में थे, तो इन लोगों ने खेती का कुल जितना बजट रखा था उससे कई गुना ज्यादा पैसा तो हम सीधे आप किसानों के बैंक खातों में भेज चुके हैं । यह काम कोई भ्रष्टाचारी नहीं कर सकता है। यह काम वही सरकार कर सकती है जो किसान कल्याण के लिए समर्पित है ।'' कार्यक्रम को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चैहान समेत अन्य गणमान्य लोगों ने भी संबोधित किया। 

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