Edited By Harman Kaur,Updated: 27 Jan, 2025 12:12 PM
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से एक बड़े धर्मांतरण के प्रयास का मामला सामने आया है। जहां ईसाई मिशनरी से जुड़े दो व्यक्ति स्थानीय लोगों को लालच, डर और चंगाई के बहाने ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर कर रहे थे। एक बोरी चावल, तेल और एक बोतल पानी में...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से एक बड़े धर्मांतरण के प्रयास का मामला सामने आया है। जहां ईसाई मिशनरी से जुड़े दो व्यक्ति स्थानीय लोगों को लालच, डर और चंगाई के बहाने ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर कर रहे थे। एक बोरी चावल, तेल और एक बोतल पानी में धर्मांतरण किया जा रहा था। मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
‘ ईसाई बन जाओ... ’
मामला नीमगांव थाना क्षेत्र के बेजहम गांव का है। पुलिस के अनुसार, 26 जनवरी 2025 को बाबूराम नाम के व्यक्ति ने कुछ लोगों को अपने घर बुलाया और कहा कि उनके पास विशेष दवा है जो उनकी तबियत ठीक कर देगी। जब लोग उनके घर पहुंचे, तो बाबूराम और एक पादरी प्रमोद कुमार बाल्मीकि ने उन्हें हिंदू रीति-रिवाजों को छोड़ने और ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डाला।
देवी-देवताओं की मूर्तियां हटाने का बनाया जा रहा था दबाव
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि दोनों ने उन्हें माथे का तिलक हटाने के लिए कहा और देवी-देवताओं की मूर्तियां हटाने को भी कहा। इसके अलावा, लोगों को धर्म परिवर्तन के बदले एक बोरी चावल, तेल और एक बोतल पानी दिया जा रहा था। इस प्रयास के बाद, शिकायतकर्ता ने पुलिस से मदद मांगी और मामला उजागर हुआ।
दो लोग गिरफ्तार
इसके बाद नी मगांव थाना की एसओ सुनीता कुशवाहा और डायल 112 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से कई लोगों को हिरासत में लिया और प्रारंभिक जांच में धर्मांतरण के लिए आर्थिक प्रलोभन देने की पुष्टि की। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें बाबूराम और प्रमोद कुमार बाल्मीकी शामिल हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह घटना हिंदूवादी संगठनों द्वारा भी उजागर की गई थी, जिन्होंने पुलिस को इस बारे में सूचना दी थी।