18 टन खाना, 100 विमान और 8430665360 रुपए खर्च... जानिए कहां हुई थी दुनिया की सबसे महंगी पार्टी

Edited By rajesh kumar,Updated: 08 Nov, 2024 03:02 PM

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1971 में रजा ने फारसी साम्राज्य की 2,500वीं वर्षगांठ के मौके पर एक विशाल पार्टी का आयोजन किया, जिसे दुनिया की सबसे महंगी पार्टी माना जाता है। यह समारोह पर्सेपोलिस में आयोजित हुआ था, और इसमें 65 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस पार्टी के आयोजन पर...

नेशनल डेस्क: ईरान में आज इस्लामिक कानून बेहद सख्त रूप में लागू हैं, खासकर महिलाओं के लिए। लेकिन क्या आपको पता है कि एक समय ऐसा था जब ईरान में लोग पश्चिमी वेशभूषा पहनकर आराम से घूमते थे? इस बदलाव के पीछे एक बड़ी घटना थी, जो 1979 में हुई एक क्रांति से जुड़ी है। आइए जानते हैं कैसे ईरान में इस्लामिक कानून लागू हुआ और दुनिया की सबसे मंहगी पार्टी के बारे में...

मोहम्मद रजा पहलवी का शासन 
साल 1979 से पहले ईरान में मोहम्मद रजा पहलवी नामक सम्राट का शासन था, जो 1941 में सत्ता में आए थे। उनकी सरकार के दौरान ईरान आर्थिक संकटों से जूझ रहा था, लेकिन रजा ने पश्चिमी देशों की संस्कृति को अपनाया और ईरान में उदार विचारों को बढ़ावा दिया। उन्होंने महिलाओं के लिए हिजाब की परंपरा को खत्म करने की कोशिश की और पश्चिमी तरीके से जीवन जीने की बात की।

पार्टी पर खर्च किए 843 करोड़
1971 में रजा ने फारसी साम्राज्य की 2,500वीं वर्षगांठ के मौके पर एक विशाल पार्टी का आयोजन किया, जिसे दुनिया की सबसे महंगी पार्टी माना जाता है। यह समारोह पर्सेपोलिस में आयोजित हुआ था, और इसमें 65 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस पार्टी के आयोजन पर 100 मिलियन डॉलर (843 करोड़ रुपये) खर्च हुए थे। 18 टन खाना तैयार किया गया था और मेहमानों को लाने के लिए 100 विमान तैनात किए गए थे।

भव्य आयोजन से जनता हो गई थी नाराज 
लेकिन इस भव्य आयोजन ने ईरान के आम लोगों को नाराज कर दिया। उन्हें रजा का यह पश्चिमी माहौल और विशाल खर्च बर्दाश्त नहीं हुआ, खासकर जब देश आर्थिक संकट से जूझ रहा था। इसके अलावा, धार्मिक नेता भी इस पार्टी और रजा की नीतियों से असंतुष्ट थे। रजा का यह कदम उनके लिए एक बड़ी गलती साबित हुआ और लोगों ने अयातुल्ला खुमैनी का समर्थन करना शुरू कर दिया, जो ईरान में इस्लामिक शासन की बात करते थे।

मोहम्मद रजा के खिलाफ बढ़ता गया विरोध 
मोहम्मद रजा के खिलाफ जनता का विरोध बढ़ता गया, और अंततः उन्हें सत्ता छोड़कर देश से भागना पड़ा। इसके बाद अयातुल्ला खुमैनी ने ईरान में सत्ता संभाली। खुमैनी के आने के बाद ईरान में इस्लामिक कानून लागू किए गए, जो अब तक सख्ती से चल रहे हैं। महिलाओं को हिजाब पहनने का आदेश दिया गया और कई सामाजिक गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी गई।

इस प्रकार, मोहम्मद रजा पहलवी की भव्य पार्टी और उनके पश्चिमी विचारों ने ईरान में एक बड़ा राजनीतिक बदलाव लाया। इसके परिणामस्वरूप, अयातुल्ला खुमैनी के नेतृत्व में ईरान में इस्लामिक कानून लागू किए गए, जो आज भी प्रभावी हैं।

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