Edited By Rohini Oberoi,Updated: 06 Mar, 2025 08:58 AM

भारत में जल्द ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। इसका मुख्य कारण कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट है। खाड़ी देशों और अमेरिका से अच्छी खबर आई है जिससे उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में तेल के दाम और घट सकते हैं।
नेशनल डेस्क। भारत में जल्द ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। इसका मुख्य कारण कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट है। खाड़ी देशों और अमेरिका से अच्छी खबर आई है जिससे उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में तेल के दाम और घट सकते हैं।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
खाड़ी देशों का कच्चा तेल (ब्रेंट क्रूड) लगातार तीसरे दिन 70 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है जबकि अमेरिकी कच्चे तेल (WTI) की कीमतें 66 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि खाड़ी देशों का कच्चा तेल जल्द ही 65 डॉलर और अमेरिकी तेल 60 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकता है। इससे भारत जैसे तेल आयात करने वाले देशों को बड़ी राहत मिलेगी।
तेल सस्ता क्यों हो रहा है?
अमेरिका ने टैरिफ (आयात शुल्क) बढ़ाने और "ड्रिल बेबी ड्रिल" प्रोग्राम शुरू करने का फैसला किया है जिससे वहां तेल का उत्पादन बढ़ने की संभावना है। वहीं खाड़ी देशों के ग्रुप OPEC+ ने भी तेल की सप्लाई बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके कारण कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आ रही है। इसके अलावा अमेरिका ने अप्रैल से कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया है। 2 अप्रैल से कुछ देशों को जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद निवेशकों में डर फैल गया है जिससे कीमतों में और गिरावट आई है।
अमेरिकी भंडार में बढ़ोतरी
अमेरिकी सरकार के अनुसार वहां कच्चे तेल का भंडार बढ़ गया है। पिछले हफ्ते अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार 3.6 मिलियन बैरल बढ़कर 433.8 मिलियन बैरल हो गया। इस खबर के बाद ब्रेंट क्रूड की कीमत में 2 डॉलर की गिरावट दर्ज की गई।
OPEC+ भी बढ़ाएगा उत्पादन
OPEC+ और रूस ने अप्रैल से तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है। यह पहली बार होगा जब 2022 के बाद उत्पादन में वृद्धि होगी। इस फैसले से तेल की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। रिपोर्ट के अनुसार OPEC+ हर दिन 1.38 लाख बैरल ज्यादा तेल निकालेगा।
पेट्रोल-डीजल हो सकता है सस्ता
अगर कच्चे तेल की कीमतें इसी तरह कम बनी रहती हैं तो अप्रैल में भारत में पेट्रोल और डीजल सस्ते हो सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यदि तेल की कीमत 65-70 डॉलर प्रति बैरल के बीच बनी रही तो पेट्रोल और डीजल के दाम 3 से 5 रुपये प्रति लीटर तक कम हो सकते हैं।
पिछली बार कब सस्ते हुए थे पेट्रोल-डीजल?
मार्च 2024 में भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई थी। तब लोकसभा चुनाव नजदीक थे। उसके बाद से अब तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। सरकार के अनुसार भारत 40 से अधिक देशों से कच्चा तेल आयात कर रहा है जिससे आने वाले समय में सप्लाई को लेकर कोई समस्या नहीं होगी।
अगर तेल की कीमतें इसी तरह गिरती रहीं तो भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत मिल सकती है। इससे आम जनता को राहत मिलेगी और महंगाई भी कम हो सकती है। अब सबकी नजर इस पर रहेगी कि अगले कुछ हफ्तों में कच्चे तेल की कीमतें किस दिशा में जाती हैं।