Edited By Yaspal,Updated: 14 Mar, 2024 09:56 PM
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले दो बड़े फैसले करते हुए राजस्थान सरकार ने पेट्रोल एवं डीजल पर मूल्य वर्धित कर यानी वैट में दो प्रतिशत कटौती करने तथा राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में चार प्रतिशत बढ़ोतरी करने का फैसला किया है
नेशनल डेस्कः आगामी लोकसभा चुनाव से पहले दो बड़े फैसले करते हुए राजस्थान सरकार ने पेट्रोल एवं डीजल पर मूल्य वर्धित कर यानी वैट में दो प्रतिशत कटौती करने तथा राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में चार प्रतिशत बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। राज्य कैबिनेट की बृहस्पतिवार शाम यहां हुई बैठक में यह फैसला किया गया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बैठक के बाद संवाददाताओं को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'राजस्थान में डीजल पेट्रोल के दाम को लेकर विसंगतियां थीं। हमने इन विसंगतियों को दूर किया है और वैट की दर में हमने दो प्रतिशत की कमी की है।' उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों पर वैट में दो प्रतिशत की कमी व तेल विपणन कंपनियों द्वारा उठाए जाने वाले कदमों से राज्य में पेट्रोल के दाम में 1.40 रुपए से लेकर 5.30 रुपए तक की कमी आएगी। वहीं डीजल के दाम 1.34 रुपए से लेकर 4.85 रुपए तक कम होंगे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर कम हुई कीमतें शुक्रवार यानी 15 मार्च सुबह छह बजे से लागू होंगी। इससे राज्य सरकार के ऊपर लगभग 1500 करोड़ रुपए का भार आएगा। उन्होंने कहा,'हमने विसंगतियों को दूर किया है और डीजल पेट्रोल सस्ता भी किया है।' इसी तरह कैबिनेट ने राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत बढ़ोतरी का फैसला किया।
शर्मा ने कहा,'केंद्र सरकार के कर्मचारियों के अनुरूप हमने महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत बढ़ोतरी की है। एक जनवरी 2024 से 50 प्रतिशत महंगाई भत्ता देय होगा।' उन्होंने कहा,' पहले राज्य सरकार के कर्मचारियों को 46 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा था। हमने चार प्रतिशत बढ़ाकर इसे 50 प्रतिशत किया है। हमारे इस निर्णय का लाभ लगभग आठ लाख कर्मचारियों व 4.40 लाख पेंशनर को मिलेगा। इससे राज्य सरकार पर सालाना करीब 1640 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ आएगा।