Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Oct, 2024 04:54 PM
कभी-कभी किस्मत अचानक कामयाबी के रास्ते खोल देती है। ऐसा ही कुछ हुआ अमेरिका की ट्यूलन यूनिवर्सिटी के एक पीएचडी छात्र ल्यूक ऑल्ड-थॉमस के साथ हुआ। जिन्होंने मेक्सिको के घने जंगलों में एक खोया हुआ 16वीं सदी का प्राचीन माया शहर (ancient maya city) ढूंढ...
नेशनल डेस्क: कभी-कभी किस्मत अचानक कामयाबी के रास्ते खोल देती है। ऐसा ही कुछ हुआ अमेरिका की ट्यूलन यूनिवर्सिटी के एक पीएचडी छात्र ल्यूक ऑल्ड-थॉमस के साथ हुआ। जिन्होंने मेक्सिको के घने जंगलों में एक खोया हुआ 16वीं सदी का प्राचीन माया शहर (ancient maya city) ढूंढ निकाला है। ये सफलता उन्होंने तब हासिल की जब वे बस Google Search पर कुछ जानकारी पढ़ रहे थे। गूगल सर्च के 16वें पेज पर उन्हें एक संदर्भ मिला, जिसने इस रहस्यमयी शहर (mysterious city) की खोज का रास्ता खोल दिया।
Lidar survey से हुआ नए शहर का पता
ल्यूक ने गूगल मैप पर लिडार (LiDAR) सर्वे की मदद से इस प्राचीन शहर का पता लगाया। लिडार एक रिमोट सेंसिंग तकनीक है, जिसमें लेजर बीम की मदद से हजारों किरणें सतह पर भेजी जाती हैं। ये किरणें जमीन और अन्य वस्तुओं से टकराकर लौटती हैं, जिससे शोधकर्ता सतह के ढांचे का आकलन कर पाते हैं। इसी तकनीक की मदद से इस प्राचीन माया शहर की संरचना का खुलासा हुआ।
खोए शहर का नाम "valeriana"
इस नए शहर को "वेलेरियाना" नाम दिया गया है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह शहर माया सभ्यता का एक प्रमुख केंद्र रहा होगा। यहाँ कई विशाल संरचनाएं मिली हैं, जिनमें पिरामिड, खेल के मैदान, और एम्फीथियेटर शामिल हैं। इसके साथ ही, इस शहर में दो अलग-अलग जिलों को जोड़ने वाले पुल भी मिले हैं।
स्कॉटलैंड के edinburgh के बराबर है आकार
शोध में यह खुलासा हुआ है कि वेलेरियाना शहर में तीन विशाल स्थल हैं, जिनका आकार स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबर्ग के बराबर है। थॉमस के शोध सहयोगी और उनके प्रोफेसर मार्सेलो कैनुटो का कहना है कि यह खोज माया सभ्यता की समृद्धि का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह धारणा गलत है कि इन जंगलों में जीवन नहीं था; बल्कि यह क्षेत्र एक समय में समृद्ध और जटिल संस्कृतियों का घर रहा है।