Edited By Pardeep,Updated: 28 Nov, 2024 09:46 PM
भारत के प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) को जिम्मेदारी सौंपी जाती है। एसपीजी प्रधानमंत्री और उनके निकटतम परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, चाहे वे भारत में हों या विदेश यात्रा पर।
नेशनल डेस्कः भारत के प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) को जिम्मेदारी सौंपी जाती है। एसपीजी प्रधानमंत्री और उनके निकटतम परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, चाहे वे भारत में हों या विदेश यात्रा पर। इस सुरक्षा प्रणाली को अभेद्य और अत्याधुनिक माना जाता है, जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण प्राप्त अधिकारियों और कमांडोज़ को शामिल किया जाता है।
एसपीजी का स्वरूप और जिम्मेदारियां
विशेष सुरक्षा दल भारत के सबसे प्रशिक्षित और तकनीकी रूप से सक्षम सुरक्षा बलों में से एक है। इसकी स्थापना 1985 में विशेष रूप से प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए की गई थी। एसपीजी के जवानों को हथियार चलाने, रणनीतिक सोच, और संकट प्रबंधन में विशेषज्ञता हासिल होती है। ये जवान आमतौर पर काले कोट-पैंट में नजर आते हैं और हर समय प्रधानमंत्री के आस-पास सतर्क रहते हैं। हालांकि, अब तक यह माना जाता था कि एसपीजी की सुरक्षा में मुख्य रूप से पुरुष जवान ही तैनात रहते हैं। लेकिन हाल के एक घटनाक्रम में यह धारणा बदलती नजर आई है।
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में एसपीजी की महिला कमांडो तैनात नजर आईं। यह तस्वीर भाजपा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने साझा की। उन्होंने लिखा, "भारत की शान, नारी शक्ति की पहचान! एसपीजी में ड्यूटी पर तैनात हमारी साहसी महिला सुरक्षा अधिकारी, देश की सेवा और सुरक्षा में नया मानदंड स्थापित कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, नारी शक्ति हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है।"
PM की SPG सुरक्षा में महिलाएं होती हैं। लेकिन इस तस्वीर में दिख रही महिला कौन है, किस पद पर है, और किसकी सिक्योरिटी में तैनात है, इसकी पुष्टी पंजाब केसरी नहीं करता। महिला एसपीजी कमांडोज का पीएम की सुरक्षा में योगदान सिर्फ तस्वीर तक सीमित नहीं है, बल्कि ये उनकी सुरक्षा व्यवस्था का एक मजबूत हिस्सा हैं।
नारी शक्ति का बढ़ता प्रभाव
महिला कमांडो की तैनाती न केवल एसपीजी के बदलते स्वरूप को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भारत में महिलाओं को अब सुरक्षा जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में भी अग्रणी भूमिका दी जा रही है। यह नई पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और “नारी शक्ति” के प्रति समर्पण को भी रेखांकित करती है।
महिला कमांडो का प्रशिक्षण और भूमिका
एसपीजी की महिला कमांडोज़ को पुरुष जवानों की तरह ही कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है। इन्हें उच्च तकनीकी ज्ञान, शारीरिक फिटनेस, हथियार संचालन, और वीआईपी सुरक्षा प्रोटोकॉल में महारत हासिल होती है। ये कमांडो किसी भी आपात स्थिति में प्रधानमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्षम हैं। सूत्रों के अनुसार, वर्तमान में एसपीजी में लगभग 100 महिला कमांडो हैं। ये एडवांस्ड डिप्लॉयमेंट, क्लोज प्रोटेक्शन और अन्य सुरक्षा उपायों में तैनात रहती हैं।