Edited By Mahima,Updated: 07 Feb, 2025 10:26 AM
![pilot my plane is burning i am safe inside story of mirage 2000 crash](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_10_24_589815005mirage-ll.jpg)
6 फरवरी को मध्यप्रदेश के शिवपुरी में मिराज-2000 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। पायलट ने अधिकारियों से संपर्क कर बताया कि विमान जल रहा था और वह सुरक्षित बाहर निकल चुके थे। पायलट ने सह-पायलट के बारे में जानकारी लेने के लिए ग्रामीणों से मदद मांगी।...
नेशनल डेस्क: 6 फरवरी, 2025 को मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के बरहेटा सुनारी गांव के पास भारतीय वायुसेना का मिराज-2000 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान नियमित उड़ान पर ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरने के बाद लगभग 2:40 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हादसे के बाद पायलटों में से एक का दर्दभरा ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें पायलट ने अपनी स्थिति के बारे में अधिकारियों को सूचित किया और अपने सह-पायलट का पता लगाने की कोशिश की।
पायलट का दर्दभरा संदेश
इस ऑडियो में पायलट जोशी और जाधव नामक दो अधिकारियों से बात करते हुए सुनाई देते हैं। पायलट ने कहा, "जोशी, जाधव बोल रहा हूं। मैं विमान से बाहर निकल आया हूं, लेकिन विमान जल रहा है और वह ऊपर से देखा जा सकता है। मैं नदी के दक्षिण में हूं, मेरा स्थान 2542 है।" पायलट ने इसके बाद अपने सह-पायलट के बारे में जानकारी दी और कहा, "भोला सर मुझसे लगभग एक किमी दूर हैं, और वह विमान के पूर्व में हो सकते हैं।" पायलट ने अधिकारियों से कहा कि वह किसी तरह से सुरक्षित हैं, लेकिन उन्होंने ग्रामीणों से सह-पायलट के बारे में जानकारी लेने के लिए कहा, ताकि उनका भी पता चल सके।
ग्रामीणों से बात करते हुए पायलट की स्थिति
ऑडियो में पायलट को यह भी कहते हुए सुना जा सकता है कि, "गांव वालों से कहिए कि वे चुप रहें ताकि मैं बिना किसी बाधा के अधिकारियों से बात कर सकूं।" इसके बाद पायलट ने ग्रामीणों से चिकित्सा सहायता की पेशकश की, हालांकि उन्होंने यह बताया कि अस्पताल भेजने के लिए एक वाहन आ रहा है। पायलट का दर्द से कराहना और ग्रामीणों के साथ बातचीत इस हादसे की गंभीरता को दर्शाता है।
तकनीकी खराबी के कारण यह हुई दुर्घटना
भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि मिराज-2000 विमान में तकनीकी खराबी के कारण यह दुर्घटना हुई। यह एक नियमित उड़ान थी और विमान ने ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी। पायलटों के अनुसार, विमान का इंजन या अन्य तकनीकी उपकरण सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। इसके बाद, दोनों पायलटों ने विमान से कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन वे घायल हो गए। उन्हें ग्वालियर एयरबेस से हेलीकॉप्टर द्वारा निकालकर ग्वालियर स्थित अस्पताल भेजा गया। पायलटों का इलाज अस्पताल में चल रहा है, और अधिकारियों ने हादसे के कारणों की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बयान जारी
भारतीय वायुसेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बयान जारी करते हुए कहा कि मिराज-2000 विमान में आई तकनीकी खराबी के कारण यह दुर्घटना घटी। वायुसेना ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच समिति का गठन किया है। वायुसेना के प्रवक्ता ने कहा कि पायलटों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
ग्रामीण ने पायलट का किया ऑडियो रिकॉर्ड
मिराज-2000 विमान की दुर्घटना खेतों में हुई, जहां विमान पूरी तरह से जल गया था। दुर्घटनास्थल पर एक ग्रामीण ने पायलट का ऑडियो रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। पायलट ने अधिकारियों को अपनी स्थिति की जानकारी दी और विमान के स्थान के बारे में बताया। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि किसी भी संकट के समय भारतीय वायुसेना के पायलटों की सूझबूझ और उनकी स्थिति को संभालने की क्षमता कितनी अहम होती है।
हेलीकॉप्टर द्वारा पायलटों को ग्वालियर एयरबेस और अस्पताल भेजा
हादसे के तुरंत बाद, अधिकारियों ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। हेलीकॉप्टर द्वारा पायलटों को ग्वालियर एयरबेस और अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी चिकित्सा जांच और इलाज किया जा रहा है। वायुसेना ने बताया कि घायल पायलटों की हालत स्थिर है, और उनकी पूरी देखभाल की जा रही है।