Edited By Parveen Kumar,Updated: 23 Mar, 2025 04:36 PM

केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने वर्ष 2032 तक लगभग 1.91 लाख सीकेएम (सर्किट किलोमीटर) पारेषण लाइन और 1,274 जीवीए परिवर्तन क्षमता जोड़ने की योजना बनाई है।
नेशनल डेस्क : केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने वर्ष 2032 तक लगभग 1.91 लाख सीकेएम (सर्किट किलोमीटर) पारेषण लाइन और 1,274 जीवीए परिवर्तन क्षमता जोड़ने की योजना बनाई है। बिजली मंत्री ने बृहस्पतिवार शाम बिजली मंत्रालय से संबंधित संसदीय सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में बिजली एक महत्वपूर्ण घटक है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विद्युत योजना वर्ष 2023 से वर्ष 2032 की अवधि के दौरान देश में जोड़े जाने वाले आवश्यक पारेषण व्यवस्था का विवरण प्रदान करती है, जो देश में बिजली की मांग में वृद्धि और उत्पादन क्षमता के अनुरूप है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्याप्त पारेषण व्यवस्था न होने से उत्पादन क्षमता का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सकता है, जो एक विश्वसनीय विद्युत प्रणाली की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि एनईपी-ट्रांसमिशन के मुताबिक, 10 साल की अवधि (वर्ष 2023 से वर्ष 2032) के दौरान लगभग 1.91 लाख सीकेएम पारेषण लाइन बिछाने और 1,274 जीवीए परिवर्तन क्षमता जोड़ने की योजना है।
सांसदों ने विभिन्न पहलों और योजनाओं के संबंध में कई सुझाव दिए। उन्होंने देश में पारेषण नेटवर्क के विस्तार में बिजली मंत्रालय की पहलों और प्रयासों की भी सराहना की। लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सांसदों द्वारा दिए गए सुझावों को शामिल करने के लिए उचित कार्रवाई करें तथा लोगों के कल्याण को प्राथमिकता दें।