Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 12 Jan, 2025 04:35 PM
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि एक समय वे कपिल देव को मारने उनके घर तक गए थे। यह बयान उन्होंने समदीश भाटिया के इंटरव्यू में दिया, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का...
नेशनल डेस्क: पूर्व भारतीय क्रिकेटर और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि एक समय वे कपिल देव को मारने उनके घर तक गए थे। यह बयान उन्होंने समदीश भाटिया के इंटरव्यू में दिया, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। योगराज ने कहा कि उनका इरादा था कपिल देव के सिर में गोली मारने का, लेकिन उनका ये इरादा उस वक्त अधूरा रह गया क्योंकि कपिल देव अपनी मां के साथ घर से बाहर थे।
कपिल देव से नाराजगी का कारण बताया
योगराज सिंह ने इस चौंकाने वाले खुलासे में बताया कि उनका गुस्सा इसलिए बढ़ा क्योंकि उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि जब कपिल देव भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बने, तो बिना किसी स्पष्ट कारण के उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। योगराज ने कहा, "मैंने फैसला किया कि अब मैं कपिल से सवाल करूंगा और उसे सबक सिखाऊंगा।"
उन्होंने बताया कि जब वह कपिल के घर पहुंचे, तो उनका इरादा था कि वह उसे गोली मारकर उसकी कीमत चुकवाएंगे, लेकिन जैसे ही वह कपिल के घर पहुंचे, कपिल अपनी मां के साथ बाहर निकल आए और योगराज का गुस्सा ठंडा पड़ गया। उन्होंने कपिल से गालियां दीं और कहा, "तुम्हारी वजह से मैंने एक दोस्त खो दिया है और अब तुम्हें इसका भुगतान करना पड़ेगा।" हालांकि, योगराज ने यह भी कहा कि उन्होंने ऐसा कदम इसलिए नहीं उठाया क्योंकि कपिल की मां वहां खड़ी थीं, और उन्होंने अपनी योजना को बीच में ही छोड़ दिया।
बिशन सिंह बेदी से भी दुश्मनी
योगराज सिंह ने इंटरव्यू में भारतीय क्रिकेट के महान बिशन सिंह बेदी के साथ अपनी पुरानी दुश्मनी का भी खुलासा किया। योगराज के अनुसार, बिशन सिंह बेदी और अन्य सीनियर क्रिकेटरों की वजह से उन्हें टीम से बाहर किया गया था। योगराज ने कहा, "बेदी समेत इन लोगों ने मेरे खिलाफ साजिश रची। बेदी ने मुझे कभी माफ नहीं किया और वह अंत में अपने बिस्तर पर मरे।"
योगराज ने आगे बताया कि बिशन सिंह बेदी उन्हें इसलिए टीम में शामिल नहीं करना चाहते थे क्योंकि वह सुनील गावस्कर के करीबी दोस्त थे। उनका मानना था कि अगर योगराज को चुना जाता तो टीम में गावस्कर का प्रभाव बढ़ सकता था। यही कारण था कि उन्होंने उन्हें टीम से बाहर कर दिया।
युवराज सिंह के लिए एक नया रास्ता
योगराज ने यह भी कहा कि जब उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया, तो उन्होंने यह फैसला किया कि अब उनका बेटा युवराज सिंह क्रिकेट खेलेगा। योगराज के अनुसार, उन्होंने अपने बेटे को क्रिकेट में कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा दी और यह तय किया कि वह खुद क्रिकेट नहीं खेलेंगे, लेकिन युवराज सिंह को एक बड़ा खिलाड़ी बनाएंगे।
साल 2011 में कपिल देव पर कटाक्ष
योगराज सिंह ने 2011 में भारत की विश्व कप जीत के बाद कपिल देव पर भी कटाक्ष किया था। उन्होंने यह बयान दिया था कि कपिल देव का बेटा नहीं हो सकता, और साथ ही यह भी कहा कि 2011 के विश्व कप में भारत की जीत पर सिर्फ एक व्यक्ति रो रहा था और वह थे कपिल देव। योगराज ने इस बारे में एक पेपर कटिंग भेजी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि उनके बेटे ने कपिल देव से बेहतर प्रदर्शन किया है। यह बयान उस समय सुर्खियों में आ गया था।
एमएस धोनी के प्रति बदला रुख
योगराज सिंह का एमएस धोनी के प्रति रुख भी एक बार और बदला है। पहले वह धोनी को अपने बेटे युवराज के करियर को छोटा करने का जिम्मेदार मानते थे, लेकिन अब उन्होंने धोनी की तारीफ की है। योगराज ने समदीश के साथ इंटरव्यू में धोनी के निडर रवैये की सराहना की और कहा कि वह एक बहुत ही प्रेरित और सशक्त कप्तान थे। योगराज ने कहा, "धोनी एक निडर व्यक्ति थे। साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब उन्हें मिशेल जॉनसन की गेंद पर मारा गया, तो वह बिल्कुल भी नहीं हिले और अगली गेंद पर छक्का मारा। ऐसे लोग बहुत कम होते हैं।"
धोनी के खिलाफ पुरानी नफरत
योगराज सिंह ने यह भी कहा था कि वह कभी भी एमएस धोनी को माफ नहीं करेंगे, और यह नफरत वह अभी भी अपने दिल में रखते हैं। उन्होंने कहा कि धोनी ने उनके बेटे को जिस तरह से हराया और टीम से बाहर किया, वह उसे कभी नहीं भूल सकते। योगराज ने कहा, "मैंने कभी किसी को माफ नहीं किया, जिसने मेरे लिए गलत किया हो। चाहे वो परिवार का सदस्य हो या कोई और। मैंने हमेशा अपनी जिंदगी में यही सिद्धांत अपनाया है।"