Edited By Harman Kaur,Updated: 18 Sep, 2024 03:08 PM
भारत की प्रमुख विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने हाल ही में एक शर्मनाक काम किया है। दरअसल, कंपनी ने अपनी गलतियों के कारण व्यवसाय को डुबो दिया, जिसके चलते उसके विमान ज्यादातर जमीन पर खड़े हैं। वहीं, अब आर्थिक संकट में फंसी स्पाइसजेट अपने कर्मचारियों की सैलरी...
नेशनल डेस्क: भारत की प्रमुख विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने हाल ही में एक शर्मनाक काम किया है। दरअसल, कंपनी ने अपनी गलतियों के कारण व्यवसाय को डुबो दिया, जिसके चलते उसके विमान ज्यादातर जमीन पर खड़े हैं। वहीं, अब आर्थिक संकट में फंसी स्पाइसजेट अपने कर्मचारियों की सैलरी में से पैसे काटकर अपना खर्च चला रही है।
कंपनी ने खुलासा किया है कि उसने अप्रैल 2020 से अगस्त 2023 के बीच कर्मचारियों की सैलरी से 220 करोड़ रुपए का टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) काटा, लेकिन इसे संबंधित अथॉरिटी के पास जमा नहीं कराया। इसके अलावा, कर्मचारियों के भविष्य निधि (पीएफ) से 135.3 करोड़ रुपये भी काटे गए, जो कि ईपीएफओ के पास जमा नहीं हुए। यह कदम कर्मचारियों के भविष्य के साथ बड़ा खिलवाड़ माना जा रहा है। यह बातें स्पाइसजेट ने बाजार नियामक सेबी को पेश किए प्रीलिमिनरी प्लेसमेंट डॉक्यूमेंट (PPD) में कही है।
कंपनी का घाटा 7,728 करोड़ रुपए तक पहुंचा
कंपनी ने बताया है कि उसके अधिकांश विमान जमीन पर खड़े हैं और कारोबार ठप हो गया है। एयरक्राफ्ट लीज पर देने वाली कंपनियों का बकाया भी चुकता नहीं हुआ है और मेंटेनेंस के लिए पैसे की कमी के कारण विमानों का संचालन नहीं हो पा रहा। दरअसल, कंपनी के पास 64 विमान हैं, जिनमें से 36 का परिचालन ठप है। लगातार तीन तिमाहियों से कंपनी घाटे में चल रही है। कंपनी का घाटा 7,728 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जबकि उसकी नेट वर्थ निगेटिव 5,022 करोड़ रुपये हो गई है।
वहीं, अब स्पाइसजेट ने पीपीडी (प्रीलिमिनरी प्लेसमेंट डॉक्यूमेंट) के जरिए निवेशकों से पैसे जुटाने का इरादा जताया है। कंपनी की योजना है कि जुटाए गए पैसे से जमीन पर खड़े विमानों को फिर से उड़ान में लाया जा सके और फिर से कारोबार ठीक किया जाए।