Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 26 Jan, 2025 03:14 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक अनोखी मिसाल पेश की। उन्होंने कर्तव्य पथ पर कूड़ा उठाकर स्वच्छता और सामुदायिक जिम्मेदारी का संदेश दिया। इस कदम से न सिर्फ 'स्वच्छ भारत' अभियान को बढ़ावा मिला, बल्कि लोगों को...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक अनोखी मिसाल पेश की। उन्होंने कर्तव्य पथ पर कूड़ा उठाकर स्वच्छता और सामुदायिक जिम्मेदारी का संदेश दिया। इस कदम से न सिर्फ 'स्वच्छ भारत' अभियान को बढ़ावा मिला, बल्कि लोगों को स्वच्छता और जनभागीदारी की अहमियत भी समझाई गई। पीएम मोदी के इस कार्य ने यह सिद्ध कर दिया कि सार्वजनिक स्थानों की सफाई में प्रत्येक नागरिक की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती है।
पीएम मोदी का कर्तव्य पथ पर कूड़ा उठाने का कदम
गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत कर रहे थे, तभी उन्होंने कर्तव्य पथ पर पड़े कूड़े को देखा और उसे उठाकर एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत किया। यह कदम खास था क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी 'स्वच्छ भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वच्छता कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया था।
'स्वच्छ भारत' और प्लॉगिंग की ओर कदम
पिछले कुछ वर्षों से पीएम मोदी ने प्लॉगिंग (दौड़ते हुए कूड़ा उठाना) और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें की हैं। नवंबर 2023 में, उन्होंने 'मन की बात' में कानपुर में गंगा घाटों की सफाई के लिए काम कर रहे एक प्लॉगिंग समूह की सराहना की थी। इसके अलावा, दिसंबर 2023 में, रक्षा मंत्रालय ने पूरे देश में 400 से अधिक स्थानों पर प्लॉगिंग कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया।
गणतंत्र दिवस की मुख्य बातें
गणतंत्र दिवस परेड का यह समारोह विशेष था, क्योंकि इस साल संविधान के लागू होने के 75 वर्ष पूरे हुए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और 21 तोपों की सलामी के बाद राष्ट्रगान गाया। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो ने इस वर्ष मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में भाग लिया। इस दिन को "जनभागीदारी" के रूप में मनाया गया, जिसमें सरकार ने आम लोगों की भागीदारी को महत्व दिया।
वीरों को श्रद्धांजलि और विशेष अतिथियों की भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीरों को श्रद्धांजलि दी। इस वर्ष, लगभग 10,000 विशेष अतिथियों को परेड में शामिल होने का मौका दिया गया। ये अतिथि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले थे, जिनका चयन सरकार की योजनाओं का सही तरीके से उपयोग करने के आधार पर किया गया था।
परेड में 'स्वर्णिम भारत' का प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस परेड में इस वर्ष 'स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास' थीम पर विशेष ध्यान दिया गया। इसमें 16 राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों और विभागों ने अपनी झांकियां प्रस्तुत की। ये झांकियां भारत की सांस्कृतिक धरोहर और विकास को प्रदर्शित करती थीं।