Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 13 Jan, 2025 01:51 PM
Z-Morh टनल एक ऐतिहासिक और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विकास को नई दिशा देगा। यह न केवल यात्रा के अनुभव को सुधारने वाला है, बल्कि यह भारतीय सेना के लिए भी रणनीतिक रूप से अहम साबित होगा।
नेशनल न्यूज: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में स्थित सोनमर्ग और गगनगीर को जोड़ने वाली Z-Morh टनल का उद्घाटन किया। यह टनल न केवल लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के बीच यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार और पर्यटन में भी बड़ा बदलाव लाएगी। यह परियोजना जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली साबित होगी।
टनल की विशेषताएँ और फायदें क्या हैं?
Z-Morh टनल, जो समुद्र तल से 8,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, दो लेन वाली टनल है, जिसमें 7.5 मीटर चौड़ा एक समानांतर मार्ग भी मौजूद है। यह आपातकालीन स्थितियों में काम आएगा। टनल का निर्माण सोनमर्ग और गगनगीर के बीच निर्बाध यातायात सुनिश्चित करेगा, जिससे यह क्षेत्र यातायात के लिए और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनेगा। इसके उद्घाटन के साथ, राष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर यात्रा की दूरी 49 किलोमीटर से घटकर 43 किलोमीटर हो जाएगी और वाहनों की गति में भी वृद्धि होगी, जिससे यात्री 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बढ़कर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा कर सकेंगे।
रक्षा और आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण
यह टनल लद्दाख को पूरे साल सड़क मार्ग से जोड़ने में मदद करेगी। इससे क्षेत्रीय रक्षा की जरूरतों को भी मजबूती मिलेगी, क्योंकि यह मार्ग भारतीय सेना के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही, यह कनेक्टिविटी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बीच आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान निर्माण श्रमिकों से भी मुलाकात की, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में काम करते हुए इस टनल के निर्माण में अपना योगदान दिया।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
Z-Morh टनल, सोनमर्ग को एक स्थायी पर्यटन स्थल में बदलने में मदद करेगी। इस टनल के कारण पर्यटक अब साल भर सोनमर्ग की सुंदरता का आनंद ले सकेंगे, जिससे शीतकालीन पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय आजीविका में सुधार होगा और व्यापार में भी तेजी आएगी।
भविष्य में ज़ोजिला टनल का महत्व क्या रहेगा?
Z-Morh टनल के साथ-साथ ज़ोजिला टनल का निर्माण कार्य भी जारी है, जो 2028 तक पूरा होने की उम्मीद है। यह दोनों टनल जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बीच रोड कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगी और दोनों क्षेत्रों के बीच व्यापार, पर्यटन और रक्षा सुरक्षा में मजबूती लाएंगी। प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा के मद्देनजर, सुरंग क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। एसपीजी, शार्पशूटर्स और ड्रोन से हवाई निगरानी की व्यवस्था की गई थी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।