Edited By rajesh kumar,Updated: 21 Dec, 2024 06:31 PM
जयपुर अग्निकांड की एक के बाद एक दर्दनाक कहानियां निकलकर सामने आ रही हैं। इस हादसे में मारे गए लोगों में राजस्थान पुलिस की कांस्टबेल अनीता मीणा भी शामिल हैं जो दोनों छोटे बच्चें के लिए सुबह खाना बनाकर स्लीपर बस से ड्यूटी के लिए निकली थी।
नेशनल डेस्क: जयपुर के भीषण अग्निकांड ने देश को झकझोर के रख दिया है। यह हादसा इतना भयानक था कि कई मृतकों के शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। शवों की पहचान के लिए अब सरकार ने डीएनए टेस्ट कराने का फैसला किया है। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो चुकी है और 28 लोग 80 फीसदी से ज्यादा जल चुके हैं जबकि 30 की हालत काफी गंभीर बनी हुई है।
बिछियों से पहचाना पत्नी का शव
इस अग्निकांड की एक के बाद एक दर्दनाक कहानियां निकलकर सामने आ रही हैं। इस हादसे में मारे गए लोगों में राजस्थान पुलिस की कांस्टबेल अनीता मीणा भी शामिल हैं जो दोनों छोटे बच्चें के लिए सुबह खाना बनाकर स्लीपर बस से ड्यूटी के लिए निकली थी। स्लीपर बस से दूदू से चैनपुरा जा रही थी तभी भीषण हादसे का शिकार हो गई। हादसे की जानकारी मिलने के बाद उसका पति कन्हैयालाल मीणा अस्पताल पहुंचा।
अस्पताल के कर्मचारी ने घायलों की सूचि में अनिता का नाम नहीं होने की जानकारी दी। लेकिन अनिता का पति नहीं माना और पत्नी की तलाश में मुर्दाघर पहुंचा। मीणा की नजर एक शव पर पड़ी... अनीता का केवल आधा शरीर और पैर बचा था जिसे मीणा ने पैरों में पहनी बिछियों से पहचाना और जोर-जोर से चिल्लाने लगा।
मृतका के पति का बयान
मृतका के पति ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलने के बाद अनिता को ढूंढते एसएमएस अस्पताल की इमरजेंसी आए, जहां अनीता का कोई पता नहीं चला। वह डरते-डरते अस्पताल के मोर्चरी पहुंचे। वहां एक महिला का शव देखा जो सिर से पैर तक जला हुआ था। जब मेरी नजर पैरों में पहनी बिछिया पर गई तो मैं बुरी तरह से टूट गया, क्योंकि शव मेरी पत्नी अनीता का था। अनीता दो छोटे बच्चों की मां थी और जिन्हें छोड़कर वो ड्यूटी पर निकली थी लेकिन वापस घर नहीं लौट सकी।
राहत राशि का ऐलान
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में हुए एलपीजी टैंकर हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों के लिए राहत राशि का का ऐलान किया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गैस टैंकर में आग लगने की घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। अथाह शोक की इस घड़ी में हमारी सरकार द्वारा मृतकों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये तथा घायलों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने का निर्णय लिया गया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसके अतिरिक्त, घायलों के समुचित और त्वरित उपचार को सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।''