Edited By Parveen Kumar,Updated: 10 Jan, 2025 05:30 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के पॉडकास्ट "पीपल बाय डब्ल्यूटीएफ" में अपनी पहली बार शिरकत करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें साझा की।
नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के पॉडकास्ट "पीपल बाय डब्ल्यूटीएफ" में अपनी पहली बार शिरकत करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें साझा की। उन्होंने कहा कि गलतियां इंसान से होती हैं और वह भी कभी न कभी गलती कर सकते हैं, लेकिन उनका कोई भी काम बुरे इरादे से नहीं होता।
प्रधानमंत्री ने मजाक करते हुए कहा, "मैं भी इंसान हूं, भगवान नहीं हूं।" उन्होंने यह भी बताया कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने एक भाषण में कहा था कि वह कड़ी मेहनत करेंगे और अपने लिए कुछ नहीं करेंगे।
प्रधानमंत्री ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि राजनीति में विचारधारा का महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन आदर्शवाद उससे भी ज्यादा ज़रूरी है। उन्होंने कहा, "विचारधारा के बिना राजनीति संभव नहीं है, लेकिन आदर्शवाद राजनीति का सही मार्गदर्शन करता है।"
इस पॉडकास्ट के दौरान, पीएम मोदी ने अपने बचपन, राजनीति में प्रवेश और अपने फैसलों पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि गांधी और सावरकर की विचारधाराएं भले ही अलग थीं, लेकिन उनका उद्देश्य "स्वतंत्रता" था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत में यह भी कहा कि राजनीति में युवाओं की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है, और यह उन्हें अपने देश और समाज के लिए बेहतर फैसले लेने की दिशा में प्रेरित करती है।