Edited By Yaspal,Updated: 30 May, 2024 05:20 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के बाद आज यानी गुरूवार को कन्याकुमार जाएंगे। यहां वह विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 1 जून की शाम तक ध्यान करेंगे। पीएम मोदी की दक्षिण की यात्रा से पहले विवेकानंद रॉक मेमोरियल से उनकी 33 साल पुरानी तस्वीरें गुरुवार...
नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के बाद आज यानी गुरूवार को कन्याकुमार जाएंगे। यहां वह विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 1 जून की शाम तक ध्यान करेंगे। पीएम मोदी की दक्षिण की यात्रा से पहले विवेकानंद रॉक मेमोरियल से उनकी 33 साल पुरानी तस्वीरें गुरुवार को सोशल मीडिया पर सामने आईं और लोगों में चर्चा का विषय बन गईं। 11 दिसंबर 1991 की ये तस्वीरें एकता यात्रा की हैं। कन्याकुमारी में प्रतिष्ठित विवेकानंद रॉक मेमोरियल से शुरू हुई थी और कश्मीर में समाप्त हुई थी। वायरल तस्वीरों में नरेंद्र मोदी और पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी सहित सभी 'एकता यात्री' स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देखे जा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि एकता यात्रा जिसे यूनिटी मार्च भी गया था। दिसंबर 1991 में कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और 26 जनवरी 1992 को श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ इसका समापन हुआ था। एकता यात्रा का नेतृत्व वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने किया था, जबकि तत्कालीन भाजपा कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी ने यात्रा के आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
यात्रा का लक्ष्य दुनिया को यह संदेश देना था कि भारत आतंकी ताकतों के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा और एकजुट रहेगा। 14 राज्यों में फैली यह यात्रा लोगों के दिलों में गहराई से उतरी और राष्ट्रीय एकता के प्रति देश की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
30 मई से 1 जून तक चलने वाली इस यात्रा में पीएम मोदी ध्यान मंडपम में 48 घंटे का ध्यान करेंगे। यह वह स्थान है जहां 1892 में स्वामी विवेकानंद ने ध्यान किया था। रॉक मेमोरियल स्मारक हिंदू दार्शनिक-संत को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया था। ऐसा कहा जाता है कि स्वामी विवेकानंद ने देश भर में घूमने के बाद तीन दिनों तक यहां ध्यान किया और विकसित भारत का सपना देखा। प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद इसी तरह की आध्यात्मिक यात्रा की थी। जोरदार प्रचार अभियान के बाद उत्तराखंड की उनकी यात्रा और केदारनाथ मंदिर के पास एक गुफा में ध्यान लगाने से वैश्विक स्तर पर सुर्खियां बनीं।