Edited By Yaspal,Updated: 01 Sep, 2024 11:47 PM
प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी वारिश और बाढ की स्थिति के मद्देनजर रविवार को दोनो राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी वारिश और बाढ की स्थिति के मद्देनजर रविवार को दोनो राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की। सरकारी सूत्रों के मुताबिक मोदी ने दोनो राज्यों आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चन्द्रबाबू नायडु और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से भारी वारिश और बाढ की स्थिति को लेकर जानकारी मांगी। प्रधानमंत्री ने दोनो राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भारी बारिश और बाढ़ की चुनौतियों से निपटने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता देने का भी आश्वासन दिया। इन राज्यों में भारी बारिश के चलते कई जिलों में सैकड़ों गांव जलमग्न हो गये है। राज्य सरकारों की ओर से राहत और बचाव कार्य चलाये जा रहे है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को प्रदेश में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान और जान-माल की हानि को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा तुरंत किये गए राहत उपायों की जानकारी दी। रेड्डी ने प्रधानमंत्री को बताया कि खम्मम जिले में भारी बारिश का सबसे अधिक असर हुआ है और नुकसान की खबर है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रेवंत रेड्डी को आश्वासन दिया कि खराब मौसम में भी उड़ान भरने में सक्षम हेलीकॉप्टरों को बचाव व राहत कार्यों के लिए राज्य में भेजा जाएगा। प्रधानमंत्री ने राज्य को सभी आवश्यक सहायता देने का भी वादा किया। तेलंगाना में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि हैदराबाद सहित राज्य के कई हिस्सों में रविवार को भारी बारिश हुई।
तेलंगाना में नौ लोगों की मौत
तेलंगाना में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गई जबकि हैदराबाद सहित राज्य के कई हिस्सों में रविवार को भारी बारिश जारी रही। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने राज्य में लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर हालात की समीक्षा के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ टेलीकॉफ्रेंस के जरिये चर्चा की और नगर निगम प्रशासन, ऊर्जा, पंचायती राज और अन्य विभागों के अधिकारियों को अगले 24 घंटे के लिए सतर्क रहने को कहा। उन्होंने जिलाधिकारियों, एसपी, राजस्व, सिंचाई और नगर निगम के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित बस्तियों का दौरा करने का निर्देश दिया।
अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। भारी बारिश के बाद राज्य में कई जगहों पर नाले उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है। बाढ़ के पानी ने गांवों के बीच सड़क संपर्क को बाधित कर दिया है। भारी बारिश और हवाओं के प्रभाव से कई पेड़ उखड़ गए हैं, जबकि कई पेड़ों की शाखाएं टूटकर सड़कों पर गिर पड़ीं। राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि समय पर उठाए गए एहतियाती कदमों से जान-माल की हानि कम हुई है। उन्होंने कहा कि इन उपायों के बावजूद राज्य के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग वर्षा जनित घटनाओं में नौ लोगों की जान चली गई। महबूबाबाद और खम्मम जिलों में तीन लोगों के बह जाने की भी आशंका है।
आंध्र प्रदेश में 17000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
आंध्र प्रदेश में पिछले दो दिन में हुई अभूतपूर्व बारिश के कारण कई स्थानों, विशेषकर विजयवाड़ा और आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और पूरे राज्य में बारिश से प्रभावित 17,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। विजयवाड़ा के बाहरी इलाके में स्थित बुडामेरु नामक छोटी नदी के तटबंध में रविवार को दरार आ गई और कई स्थानों पर यह ऊपर से बहने लगी, जिससे शहर के कई इलाकों, जैसे अजीत सिंह नगर, स्वाति थिएटर क्षेत्र, पुलिस नगर क्षेत्र और पश्चिम व मध्य निर्वाचन क्षेत्र जलमग्न हो गए। स्थानीय समाचार चैनलों के फुटेज में बाढ़ के कारण इन क्षेत्रों और विजयवाड़ा में कई कारें और वाहन डूबते हुए देखे गए हैं। शहर के राजराजेश्वरी पेटा में लोगों को जलमग्न सड़क पर छाती तक गहरे पानी से गुजरते देखा गया।