Edited By Parveen Kumar,Updated: 27 Jan, 2025 08:56 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार (28 जनवरी) को भुवनेश्वर में ‘उत्कर्ष ओडिशा-मेक इन ओडिशा सम्मेलन 2025' का उद्घाटन करेंगे और फिर शाम में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करेंगे।
नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार (28 जनवरी) को भुवनेश्वर में ‘उत्कर्ष ओडिशा-मेक इन ओडिशा सम्मेलन 2025' का उद्घाटन करेंगे और फिर शाम में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में सोमवार को यह जानकारी दी। पीएमओ ने कहा कि ओडिशा सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे प्रमुख वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का उद्देश्य राज्य को पूर्वोदय विजन के केंद्र के साथ-साथ भारत में एक प्रमुख निवेश गंतव्य और औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करना है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री 'मेक इन ओडिशा' प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगे, जिसमें जीवंत औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने में राज्य की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला जाएगा। यह दो दिवसीय सम्मेलन 28 से 29 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। यह उद्योग जगत की हस्तियों, निवेशकों और नीति निर्माताओं के लिए एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में ओडिशा द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। इस सम्मेलन में मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और व्यवसाय जगत के नेताओं के साथ गोलमेज (राउंडटेबल) चर्चा और क्षेत्रवार सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके बाद, प्रधानमंत्री देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करेंगे। यह उत्तराखंड की स्थापना के रजत जयंती वर्ष के दौरान आयोजित किया जा रहा है।
राष्ट्रीय खेलों का आयोजन 28 जनवरी से 14 फरवरी तक उत्तराखंड के 8 जिलों के 11 शहरों में होगा। राष्ट्रीय खेलों में 36 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश भाग लेंगे। कुल 17 दिनों तक चलने वाले इस खेल आयोजन में, 35 खेलों में स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी। पीएमओ ने कहा कि इनमें से 33 खेलों के लिए पदक दिए जाएंगे, जबकि दो प्रदर्शनी खेल होंगे। योग और मल्लखंब को पहली बार राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया गया है।
इस आयोजन में देश भर के 10,000 से अधिक एथलीट भाग लेंगे। सततता पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस वर्ष राष्ट्रीय खेलों का विषय "ग्रीन गेम्स" रखा गया है। पीएमओ ने कहा कि खेल स्थल पर एक विशेष पार्क विकसित किया जाएगा, जिसे ‘खेल वन' नाम दिया जाएगा। एथलीटों और मेहमानों द्वारा इस पार्क में 10,000 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। एथलीटों के लिए पदक और प्रमाण पत्र पर्यावरण के अनुकूल और बायोडिग्रेडेबल सामग्री से बनाए जाएंगे।