Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 22 Feb, 2025 12:40 PM
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गुजरात पुलिस ने एक बड़ा खुलासा करते हुए, अस्पतालों में महिला मरीजों के निजी वीडियो बनाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में से एक, चंद्र प्रकाश, महाकुंभ के दौरान महिलाओं के स्नान करते हुए वीडियो भी रिकॉर्ड कर उन्हें सोशल मीडिया...
नेशनल डेस्क: गुजरात पुलिस ने एक बड़ा खुलासा करते हुए, अस्पतालों में महिला मरीजों के निजी वीडियो बनाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में से एक, चंद्र प्रकाश, महाकुंभ के दौरान महिलाओं के स्नान करते हुए वीडियो भी रिकॉर्ड कर उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड करता था। पुलिस ने बताया कि यह वीडियो यूट्यूब चैनल ‘सीपी मोंडा’ पर पोस्ट किए जाते थे।
गुजरात के अस्पतालों से महिला मरीजों के आपत्तिजनक वीडियो लीक करने का मामला हाल ही में सामने आया था। पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने इस मामले की जांच शुरू की और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक आरोपी चंद्र प्रकाश, जो प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो भी रिकॉर्ड करता था, गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी चंद्र प्रकाश ने ‘सीपी मोंडा’ नाम से एक यूट्यूब चैनल बना रखा था, जहां वह इन वीडियो को अपलोड करता था।
सीसीटीवी फुटेज से लीक हुए वीडियो
गुजरात के राजकोट में स्थित पायल मैटरनिटी होम के सीसीटीवी फुटेज से यह वीडियो लीक हुए थे। इन वीडियो में महिलाओं को डॉक्टर से चेकअप कराते हुए और नर्स से इंजेक्शन लेते हुए देखा गया था। ये वीडियो अस्पताल के एक बंद कमरे में रिकॉर्ड किए गए थे, जिन्हें सोशल मीडिया पर साझा किया गया।
अस्पताल प्रशासन से पूछताछ शुरू
पुलिस ने अब अस्पताल प्रशासन से भी पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिर सीसीटीवी फुटेज लीक कैसे हुए। पुलिस का मानना है कि यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे ताकि आरोपी इनसे पैसे कमा सकें। इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि पुलिस साइबर अपराध के इस पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
महाकुंभ में महिलाओं के वीडियो भी बनाए गए थे
चौंकाने वाली बात यह है कि चंद्र प्रकाश ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो भी रिकॉर्ड किए थे और इन्हें अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया था। पुलिस का यह मानना है कि वह इन वीडियो के जरिए व्यूज और लाइक्स प्राप्त कर पैसा कमा रहा था।
इस पूरे मामले में, चंद्र प्रकाश के अलावा महाराष्ट्र के दो अन्य आरोपी प्रज्वल तैली और प्रज पाटिल भी गिरफ्तार हुए हैं। हालांकि, पुलिस ने बताया कि इन दोनों आरोपियों का चंद्र प्रकाश से कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया है, लेकिन सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
आरोपियों का काम था वीडियो बेचकर पैसे कमाना
पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपियों ने महिला मरीजों के वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘टेलीग्राम’ पर शेयर किया था। इन वीडियो को वे एक हैकर के जरिए हासिल कर रहे थे। प्रज्वल तैली और प्रज पाटिल ने एक हैकर के माध्यम से महिला मरीजों के आपत्तिजनक वीडियो प्राप्त किए थे। जबकि चंद्र प्रकाश ने अन्य यूट्यूब चैनलों से वीडियो डाउनलोड कर अपने चैनल पर अपलोड किए थे।
पुलिस ने इस पूरे मामले में कहा है कि जांच जारी है और अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या चंद्र प्रकाश भी इन वीडियो से आर्थिक लाभ कमा रहा था। पुलिस अब पूरे नेटवर्क का खुलासा करने के लिए कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है।