Edited By Rahul Rana,Updated: 11 Mar, 2025 05:47 PM

मणिपुर पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा कथित रूप से भर्ती की गई दो लड़कियों को मुक्त करा लिया है। मंगलवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि नाबालिग लड़कियों को आठ मार्च को काकचिंग...
नेशनल डेस्क। मणिपुर पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा कथित रूप से भर्ती की गई दो लड़कियों को मुक्त करा लिया है। मंगलवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि नाबालिग लड़कियों को आठ मार्च को काकचिंग जिले के काकचिंग बाजार और थौबल जिले के वांगबल लैकोन क्षेत्र से मुक्त कराया गया। बयान के अनुसार, पुलिस ने उसी दिन काकचिंग बाजार से पीएलए के दो कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया, जो लड़कियों को प्रतिबंधित संगठन में कथित रूप से भर्ती करने में शामिल थे। पुलिस के बयान में कहा गया है कि गिरफ्तार उग्रवादियों की पहचान मोइरांगथेम रोमेन सिंह और नोंगमाईथेम मोहेंद्रो सिंह के रूप में हुई है।
बयान में कहा गया है कि इस बीच, पुलिस ने सोमवार को इंफाल पश्चिम जिले के हाओबाम मारक इलाके से प्रतिबंधित ‘कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी' (पीपुल्स वार ग्रुप) संगठन के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से बिना डेटोनेटर वाले चार ग्रेनेड जब्त किए। इसमें कहा गया है कि ‘यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी ऑफ कांगलीपाक' के एक अन्य उग्रवादी को भी सोमवार को इंफाल पूर्वी जिले के केइराओ वांगखेम क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। उग्रवादी की पहचान निंगोमबाम बोनबोन सिंह के रूप में हुई है, जो प्रतिबंधित संगठन के लिए हथियार और गोला-बारूद पहुंचाने का काम करने के अलावा सरकारी अधिकारियों, निजी फर्मों और आम जनता से जबरन वसूली करने में भी शामिल था। उसके पास से एक .32 पिस्तौल, एक मैगजीन और आठ कारतूस जब्त किए गए। दूसरी ओर, असम राइफल्स ने सेना के साथ मिलकर चुराचांदपुर जिले में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन ‘यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी' (यूकेएनए) के अस्थायी एक शिविर को नष्ट कर दिया है। असम राइफल्स ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि अस्थायी तौर पर बांस से बनाए गए चार झोपड़ियों वाले इस शिविर का आठ मार्च को सोंगफू गांव के पास जंगल में पता लगाया गया था और उसी दिन इसे नष्ट भी कर दिया गया था।