Edited By Pardeep,Updated: 13 Oct, 2024 09:30 PM
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को जब गोली मारी गई तब उनकी सुरक्षा में एक पुलिस कांस्टेबल तैनात था। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि दो आरोपियों के पास से दो पिस्तौल और 28 कारतूस बरामद किए गए हैं।
मुंबईः महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को जब गोली मारी गई तब उनकी सुरक्षा में एक पुलिस कांस्टेबल तैनात था। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि दो आरोपियों के पास से दो पिस्तौल और 28 कारतूस बरामद किए गए हैं।
पुलिस एक सोशल मीडिया पोस्ट की भी पुष्टि कर रही है जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक कथित सदस्य ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) के नेता सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है। सिद्दीकी (66) को शनिवार रात मुंबई के बांद्रा इलाके के खेर नगर स्थित उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने गोली मार दी, जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) दत्ता नलवाडे ने कहा, ‘‘पुलिस की 15 टीम महाराष्ट्र से बाहर रवाना की गई हैं और जांच की जा रही है कि शूटरों को किसने सहायता प्रदान की थी। आरोपियों के पास से दो पिस्तौल और 28 कारतूस बरामद किए गए हैं।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि सिद्दीकी को एक गैर-वर्गीकृत सुरक्षा प्रदान की गई थी और उन्हें पुलिस के तीन कांस्टेबल दिये गए थे। नलवाडे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ये कांस्टेबल तीन पालियों में काम करते थे। घटना के समय (शनिवार रात) एक पुलिसकर्मी सिद्दीकी के साथ था।''
पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें और लोगों के शामिल होने का संदेह है। जांच के बारे में डीसीपी ने कहा कि 15 टीम गठित की गई हैं जो महाराष्ट्र से बाहर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह पता लगाने के लिए स्थानीय पुलिस से भी मदद ली जा रही है कि आरोपी शूटरों को किसने साजो-सामान मुहैया कराया। अपराध शाखा यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हमलावर मुंबई पहुंचने के बाद कहां रुके थे और उनकी मदद किसने की थी। उन्होंने बताया, "गोलीबारी की घटना के बाद सहायक पुलिस निरीक्षक राजेंद्र धाबडे और एक कांस्टेबल ने दोनों हमलावरों को पकड़ लिया।"