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वक्फ संशोधन बिल पर सियासी घमासान: मायावती ने राहुल गांधी पर साधा निशाना

Edited By Rahul Rana,Updated: 12 Apr, 2025 11:45 AM

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वक्फ अधिनियम को लेकर देश में राजनीति तेज़ हो गई है। संसद में इस बिल के पारित होने के बाद मुस्लिम समुदाय में रोष देखने को मिल रहा है। वहीं, विपक्ष के भीतर भी इस पर मतभेद उभर कर सामने आ रहे हैं। जहां एक ओर वक्फ संशोधन बिल को लेकर मुस्लिम समुदाय में...

नेशनल डेस्क: वक्फ अधिनियम को लेकर देश में राजनीति तेज़ हो गई है। संसद में इस बिल के पारित होने के बाद मुस्लिम समुदाय में रोष देखने को मिल रहा है। वहीं, विपक्ष के भीतर भी इस पर मतभेद उभर कर सामने आ रहे हैं। जहां एक ओर वक्फ संशोधन बिल को लेकर मुस्लिम समुदाय में गहरी चिंता है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष के नेता भी एकमत नहीं दिख रहे हैं। मायावती की ओर से राहुल गांधी पर सवाल उठाने से साफ है कि विपक्षी एकता की राह अभी भी कठिन है। अगर आप चाहें तो मैं इस पर एक छोटा वीडियो स्क्रिप्ट, सोशल मीडिया पोस्ट या विश्लेषणात्मक लेख भी तैयार कर सकता हूँ। 

मायावती का तीखा हमला: कांग्रेस और बीजेपी दोनों दोषी

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन बिल के मसले पर कांग्रेस की भूमिका भी संदेहास्पद रही है।  

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राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल

मायावती ने खास तौर पर राहुल गांधी की लोकसभा में चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा: वक्फ संशोधन बिल पर लोकसभा में हुई लंबी चर्चा में नेता प्रतिपक्ष द्वारा कुछ नहीं बोलना, अर्थात सीएए की तरह संविधान उल्लंघन का मामला होने के विपक्ष के आरोप के बावजूद इनका चुप्पी साधे रहना क्या उचित है?" मायावती ने यह भी कहा कि इस चुप्पी की वजह से मुस्लिम समाज में आक्रोश और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन में बेचैनी स्वाभाविक है।

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धार्मिक अल्पसंख्यकों को किया सचेत

मायावती ने देश के धार्मिक अल्पसंख्यकों से भी सावधान रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही बहुजन समाज और अल्पसंख्यकों को केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया है।  

उन्होंने कहा:

"देश में बहुजनों के हित, कल्याण एवं सरकारी नौकरी व शिक्षा में आरक्षण के अधिकार को निष्प्रभावी बनाया गया है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियां इसके लिए बराबर की दोषी हैं।"

प्राइवेटाइजेशन और जन कल्याण पर चिंता

बसपा प्रमुख ने सरकारी विभागों में बढ़ते निजीकरण पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जनता की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से संवैधानिक दायित्वों को निभाने की मांग की। बिजली और अन्य विभागों में निजीकरण बढ़ रहा है, जिससे आम जनता पर असर पड़ रहा है। भाजपाइयों को कानून हाथ में लेने की छूट मिली हुई है।"*  

सरकार को समय देने की सलाह दी थी: मायावती

मायावती ने पहले भी केंद्र सरकार से अपील की थी कि वक्फ संशोधन बिल को जल्दबाज़ी में पास न किया जाए। उन्होंने कहा था कि जनता को बिल की जानकारी और समझ का अवसर देना चाहिए था।  "सरकार अगर जनता के संदेह दूर कर पारदर्शी तरीके से बिल लाती, तो बेहतर होता। अब अगर इसका दुरुपयोग होता है तो पार्टी मुस्लिम समाज का साथ देगी।"

राहुल गांधी का बयान: संविधान विरोधी बिल

हालांकि, राहुल गांधी ने बाद में इस बिल की आलोचना की और कहा कि यह "धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है"। उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले समय में बीजेपी और आरएसएस अन्य अल्पसंख्यक समुदायों – जैसे सिखों और ईसाइयों – के अधिकारों को भी निशाना बना सकते हैं।
 

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