Edited By Rohini Oberoi,Updated: 07 Feb, 2025 03:06 PM
![powerful black hole found in space can accommodate so many suns](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_15_02_485993741hole-ll.jpg)
हमारा ब्रह्मांड रहस्यों से भरा हुआ है और अंतरिक्ष में समय-समय पर कई ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो हमें हैरान कर देती हैं। इन रहस्यों की खोज करने के लिए दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियां लगातार रिसर्च करती रहती हैं। इनमें से एक प्रमुख एजेंसी है NASA जो...
नेशनल डेस्क। हमारा ब्रह्मांड रहस्यों से भरा हुआ है और अंतरिक्ष में समय-समय पर कई ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो हमें हैरान कर देती हैं। इन रहस्यों की खोज करने के लिए दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियां लगातार रिसर्च करती रहती हैं। इनमें से एक प्रमुख एजेंसी है NASA जो ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने के लिए दिन-रात काम करती है। अब NASA ने अपने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से एक और बड़ा रहस्य सामने लाया है। इस टेलीस्कोप ने प्रारंभिक ब्रह्मांड में एक विशालकाय ब्लैक होल का पता लगाया है जो सभी वैज्ञानिकों के लिए एक नई खोज साबित हुई है।
नई स्टडी से क्या जानकारी मिली?
NASA के नए अध्ययन में यह सामने आया है कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में डार्क मैटर (अदृश्य पदार्थ) के पतन के कारण सुपरमैसिव ब्लैक होल तेजी से विकसित हो सकते थे। इस अध्ययन से यह भी पता चला कि यह ब्लैक होल इतनी तेजी से कैसे इतने विशाल हो गए। डार्क मैटर एक ऐसा पदार्थ है जो आकाशगंगाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है लेकिन यह केवल गुरुत्वाकर्षण के माध्यम से ही क्रिया करता है। इस पदार्थ की प्रकृति अभी भी एक बड़ा रहस्य है और इसे पूरी तरह से समझा नहीं जा सका है।
इस अध्ययन में यह भी सामने आया कि बिग बैंग (ब्रह्मांड की शुरुआत) के बाद इतनी जल्दी सुपरमैसिव ब्लैक होल कैसे प्रकट हो गए यह अभी भी एक चुनौती है। वर्तमान ब्रह्मांडीय मॉडल इस सवाल का ठीक से उत्तर नहीं दे पाता है।
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ब्लैक होल में समा सकते हैं एक अरब सूरज
NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने क्वासर का पता लगाया है जोकि सुपरमैसिव ब्लैक होल द्वारा संचालित होते हैं। इस खोज में यह पाया गया कि बिग बैंग के बाद लगभग 800 मिलियन साल के भीतर ये क्वासर दिखाई दिए थे। इन सुपरमैसिव ब्लैक होल्स का द्रव्यमान सूरज से एक अरब गुना ज्यादा हो सकता है। यह पारंपरिक मॉडल को चुनौती देता है जो आकाशगंगाओं के विलय और गैस के अभिवृद्धि को आधार बनाकर काम करता है।
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इसका मतलब यह है कि इन सुपरमैसिव ब्लैक होल में इतना द्रव्यमान है कि इनमें एक अरब सूरज समा सकते हैं। यह एक आश्चर्यजनक और रोमांचक जानकारी है जो वैज्ञानिकों के लिए एक नया दृष्टिकोण पेश करती है।
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नई स्टडी का महत्व
इस अध्ययन में यह प्रस्तावित किया गया है कि डार्क मैटर के पतन के कारण यह समझा जा सकता है कि ये विशालकाय ब्लैक होल इतनी जल्दी कैसे विकसित हो गए। इससे ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने का एक नया तरीका मिलता है और यह वैज्ञानिकों के लिए एक महत्वपूर्ण खोज साबित होती है।
वहीं इस खोज ने यह साबित कर दिया कि हमारे ब्रह्मांड में बहुत कुछ ऐसा है जिसे हम अभी तक पूरी तरह से नहीं समझ पाए हैं। ऐसे में आगे आने वाले समय में NASA और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के शोध ब्रह्मांड के और भी रहस्यों को उजागर करने में मदद करेंगे।