Edited By Anu Malhotra,Updated: 04 Dec, 2024 10:18 AM
तेलंगाना में बुधवार सुबह 20 साल बाद सबसे शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.3 रिक्टर स्केल पर मापी गई। यह झटके हैदराबाद समेत तेलंगाना के कई हिस्सों में महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र मुलुगु जिले में स्थित था, जो गोदावरी नदी के...
नेशनल डेस्क: तेलंगाना में बुधवार सुबह 20 साल बाद सबसे शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.3 रिक्टर स्केल पर मापी गई। यह झटके हैदराबाद समेत तेलंगाना के कई हिस्सों में महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र मुलुगु जिले में स्थित था, जो गोदावरी नदी के किनारे बसा हुआ है। गहराई 40 किलोमीटर दर्ज की गई। राहत की बात यह रही कि इस घटना में अब तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
भूकंप की प्रमुख जानकारी
राष्ट्रीय भूकंप केंद्र (NCS) के मुताबिक, यह भूकंप 4 दिसंबर, 2024 को सुबह 7:27 बजे आया। केंद्र मुलुगु जिले में स्थित था, और झटकों का असर गोदावरी नदी के किनारे बसे इलाकों में ज्यादा महसूस हुआ।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
तेलंगाना, जो आमतौर पर भूकंपीय रूप से स्थिर क्षेत्र माना जाता है, में इतना शक्तिशाली भूकंप असामान्य घटना है। विशेषज्ञ अब इस क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियों का अध्ययन कर रहे हैं।
जान-माल का आकलन जारी
हालांकि, किसी बड़ी हानि की खबर नहीं है, लेकिन प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। स्थानीय नागरिकों को सतर्क रहने और झटकों के बाद किसी भी आपात स्थिति में खुले स्थान पर जाने की सलाह दी गई है।
सावधानी और तैयारी
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने नागरिकों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। भूकंप जैसी आपदाओं में तत्काल सुरक्षित स्थान पर जाने और आपातकालीन सेवाओं से संपर्क करने की अपील की गई है।
क्या कहता है इतिहास?
तेलंगाना में भूकंप की घटनाएं दुर्लभ हैं, लेकिन 20 साल बाद इतनी तीव्रता का झटका आना क्षेत्र में संभावित भूगर्भीय बदलावों की ओर संकेत करता है। यह घटना तेलंगाना और उसके आसपास के क्षेत्रों में भविष्य की भूकंपीय गतिविधियों के अध्ययन के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी हो सकती है।