Edited By Anu Malhotra,Updated: 24 Oct, 2024 09:03 AM
भारत सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना शुरू की है। यह योजना उन मजदूरों को पेंशन का सुरक्षा कवच देती है, जिनकी आय निश्चित नहीं होती। बुजुर्ग अवस्था में आर्थिक सहायता के लिए इस योजना के तहत...
नेशनल डेस्क: भारत सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना शुरू की है। यह योजना उन मजदूरों को पेंशन का सुरक्षा कवच देती है, जिनकी आय निश्चित नहीं होती। बुजुर्ग अवस्था में आर्थिक सहायता के लिए इस योजना के तहत सरकार मजदूरों को हर महीने पेंशन प्रदान करती है।
क्या है योजना का लाभ?
इस योजना के तहत, 60 साल की उम्र पूरी होने पर मजदूरों को हर महीने 3,000 रुपये पेंशन मिलेगी। यह योजना 2019 में शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को बुढ़ापे में वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
कैसे काम करता है PM Shram Yogi Mandhan Yojana?
योजना में मजदूरों को भी योगदान देना होता है। मजदूर जितना कंट्रीब्यूशन करते हैं, उतना ही योगदान सरकार की ओर से भी किया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई मजदूर 200 रुपये जमा करता है, तो सरकार भी 200 रुपये का योगदान करेगी।
कौन कर सकता है आवेदन?
इस योजना में 18 से 40 साल की उम्र के मजदूर आवेदन कर सकते हैं। योजना में नामांकन के बाद, मजदूरों को कम से कम 20 साल तक नियमित रूप से योगदान करना जरूरी होता है। 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद उन्हें पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी।
यह योजना असंगठित मजदूरों के भविष्य को सुरक्षित बनाने की दिशा में सरकार की एक बड़ी पहल है।