Edited By Rahul Singh,Updated: 15 Jan, 2025 04:34 PM
अगर हर श्रद्धालु अपनी यात्रा के दौरान 5,000 खर्च करता है, तो यह मेला आसानी से 2 लाख करोड़ के अनुमान को छू सकता है। CAIT का मानना है कि इस मेले से 40,000 करोड़ का राजस्व स्थानीय होटलों, गेस्टहाउस और लॉज से आएगा, जो श्रद्धालुओं से भरे होंगे।
प्रयागराज : महाकुंभ 2025, जो 13 जनवरी से शुरू हुआ है, को लेकर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने 2 लाख करोड़ की कमाई होने का अनुमान जताया है। यह आयोजन 45 दिनों तक चलेगा और लगभग 450 मिलियन श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा, खासकर पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में।
हर श्रद्धालु से 5,000 खर्च की उम्मीद
अगर हर श्रद्धालु अपनी यात्रा के दौरान 5,000 खर्च करता है, तो यह मेला आसानी से 2 लाख करोड़ के अनुमान को छू सकता है। CAIT का मानना है कि इस मेले से 40,000 करोड़ का राजस्व स्थानीय होटलों, गेस्टहाउस और लॉज से आएगा, जो श्रद्धालुओं से भरे होंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार का 7,500 करोड़ खर्च
उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक आयोजनों पर लगभग 7,500 करोड़ खर्च किए हैं।
हेलीकॉप्टर सेवा से 3.5 करोड़ प्रतिदिन
लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, हेलीकॉप्टर सेवाएं लगभग ₹3.5 करोड़ प्रतिदिन का राजस्व उत्पन्न करेंगी। 45 दिनों तक, यह सेवा रोजाना 7,000 श्रद्धालुओं को ₹5,000 प्रति यात्रा के हिसाब से सेवा प्रदान करेगी।
आर्थिक गतिविधियां और व्यापारिक उछाल
CAIT के सचिव जनरल प्रवीण कांधलवाल ने कहा, “महाकुंभ में बड़े पैमाने पर आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियां होंगी। अनुमान के मुताबिक, हर व्यक्ति द्वारा 5,000 खर्च करने पर कुल खर्च ₹2 लाख करोड़ को पार कर जाएगा। इसमें होटल, गेस्टहाउस, अस्थायी आवास, भोजन, धार्मिक सामान, स्वास्थ्य सेवा और अन्य सेवाओं का खर्च शामिल है।”
खाद्य और पेय पदार्थ उद्योग से 20,000 करोड़
सीआईएटी ने अनुमान लगाया है कि खाद्य और पेय पदार्थ उद्योग इस मेले से 20,000 करोड़ का योगदान करेगा। इसके अलावा, धार्मिक सामान जैसे अगरबत्ती, दीपक और मूर्तियों से भी 20,000 करोड़ की आय हो सकती है।
ब्रांड्स की भागीदारी
महाकुंभ में कई बड़े ब्रांड्स अपनी उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं, श्रद्धालुओं के लिए विश्राम स्थल बना रहे हैं और सैंपल वितरित कर रहे हैं। कंपनियां जैसे डिटोल, डाबर, पेप्सिको, कोका-कोला, और रिलायंस इस विशाल जनसमूह का फायदा उठा रही हैं और नई तरह से अपनी पहचान बना रही हैं।
पेप्सिको और रिलायंस की पहल
पेप्सिको, जो स्टिंग और माउंटेन ड्यू जैसे पेय पदार्थों का मालिक है, ने एक 30 फीट लंबी माउंटेन ड्यू की लाइटिंग वाली बोतल स्थापित की है, जिससे मेला क्षेत्र में बेहतर नेविगेशन और दृश्यता मिल सके। इसके अलावा, पेप्सिको ने 500 चार्जिंग प्वाइंट्स भी लगाए हैं, जिनका स्पॉन्सर उसके एनर्जी ड्रिंक स्टिंग ने किया है। वहीं, रिलायंस ने मार्ग में आश्रमों के रूप में विश्राम स्थल बनाए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को आराम मिल सके और ब्रांड को सकारात्मक पहचान मिले।