Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Jan, 2025 12:20 PM
महाराष्ट्र के पुणे में एक गर्भवती महिला ने दुनिया को अलविदा कहते हुए भी कई लोगों को जीवनदान दिया। हादसे का शिकार हुई इस महिला ने ब्रेन डेड घोषित होने के बावजूद बेटे को जन्म दिया और अपने अंगों के दान से कई जिंदगियां बचाईं।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के पुणे में एक गर्भवती महिला ने दुनिया को अलविदा कहते हुए भी कई लोगों को जीवनदान दिया। हादसे का शिकार हुई इस महिला ने ब्रेन डेड घोषित होने के बावजूद बेटे को जन्म दिया और अपने अंगों के दान से कई जिंदगियां बचाईं।
पुणे के जोनल ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेशन सेंटर की सेंट्रल को-ऑर्डिनेटर आरती गोखले ने बताया कि महिला अपने पति के साथ स्कूटर पर पीछे बैठी थी। दोनों कहीं जा रहे थे कि इस दौरान वह हादसे का शिकार हो गए। सड़क पर गिरने से महिला के सिर में चोट लगी। उसे खून से लथपथ हालत में पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार दिया लेकिन 25 वर्षीय महिला मरीज के दिमाग में चोट लगी थी, जिस वजह से उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों ने परिजनों की अनुमति से सी-सेक्शन के जरिए महिला की डिलीवरी करवाई, जिससे एक स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ। इसके बाद महिला के पति और पिता ने उसका अंगदान करने का साहसिक निर्णय लिया। महिला की किडनी, लिवर और कॉर्निया दान किए गए, जिससे कई लोगों को नई जिंदगी मिली।
अस्पताल प्रशासन ने परिवार के इस निस्वार्थ फैसले की सराहना करते हुए इसे मानवता का एक बड़ा उदाहरण बताया। डॉक्टरों के अनुसार, अंगदान के जरिए इस महिला ने जाते-जाते भी कई परिवारों को खुशियां और उम्मीदें दीं।
दिशानिर्देशों के अनुसार, महिला की एक किडनी, एक लीवर और 2 कॉर्निया आवंटित किए गए। दूसरी किडनी को जोनल ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेशन सेंटर (ZTCC) पुणे के जरिए डोनेट किया गया। DPU सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट की HOD डॉ. वृषाली पाटिल ने कहा कि गर्भावस्था के 9वें महीने में महिला 20 जनवरी को अहमदनगर के पारनेर में हादसे के बाद ब्रेन डेड घोषित की गई थी।