Edited By Parveen Kumar,Updated: 04 Jan, 2025 08:38 PM
महिलाओं के लिए उनका बच्चा हमेशा सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है, खासकर जब वह गर्भवती होती हैं। बच्चे का सही विकास और सेहत के लिए मां को प्रेग्नेंसी के दौरान खानपान पर खास ध्यान देना चाहिए।
नेशनल डेस्क : महिलाओं के लिए उनका बच्चा हमेशा सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है, खासकर जब वह गर्भवती होती हैं। बच्चे का सही विकास और सेहत के लिए मां को प्रेग्नेंसी के दौरान खानपान पर खास ध्यान देना चाहिए। हालांकि, जानकारी के अभाव में कई महिलाएं पैक्ड फूड का सेवन कर लेती हैं, जैसे पैक्ड जूस और अन्य प्रोसेस्ड फूड। ये खाद्य पदार्थ सामान्यत: स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं और प्रेग्नेंसी के दौरान तो इनका सेवन और भी अधिक नुकसानदेह हो सकता है।
कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में किए गए एक शोध में यह बात सामने आई है कि पैक्ड फूड गर्भवती महिलाओं की सेहत पर बुरा असर डालते हैं। डॉ. सीमा द्विवेदी, जो इस शोध से जुड़ी थीं, ने बताया कि प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने बहुत अहम होते हैं, क्योंकि इस दौरान बच्चे के अंगों का निर्माण होता है। ऐसे में महिलाओं को ताजे और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन खाना चाहिए, ताकि बच्चे का सही विकास हो सके। पैक्ड फूड, जिसमें कैमिकल्स और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं, गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चे के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
शोध में क्या पाया गया?
कानपुर के हैलट अस्पताल में 1,000 गर्भवती महिलाओं पर इस शोध को किया गया। शोध के दौरान पाया गया कि 10% महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ जटिलताएं थीं। जांच करने पर यह सामने आया कि इन महिलाओं ने प्रेग्नेंसी के दौरान पैक्ड फूड का सेवन किया था, जिसकी वजह से उन्हें ये समस्याएं हुईं।
कौन सी चीजों से बनानी चाहिए दूरी?
डॉ. सीमा द्विवेदी ने सलाह दी कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को ताजे फल और ताजे भोजन का सेवन करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि प्रेग्नेंसी के दौरान "तीन सफेद जहर" से दूर रहना चाहिए, जो हैं - चीनी, मैदा और रिफाइंड। ये तीन चीजें गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकती हैं। इसके बजाय, उन्हें प्रोटीन युक्त भोजन और ताजे मौसम के फल खाने चाहिए, जो बिना किसी केमिकल के उपलब्ध हों।
स्वस्थ मां ही स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती है। इसलिए, अगर महिलाएं अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान सही आहार लेंगी और पैक्ड फूड से बचेंगी, तो उनका बच्चा भी स्वस्थ रहेगा। डॉक्टर की सलाह के अनुसार ताजे और प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।