Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 25 Mar, 2025 06:28 PM

वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। भक्तों के बीच इस उत्सव को लेकर भारी उत्साह है और हजारों श्रद्धालु इसमें भाग लेने के लिए वृंदावन पहुंच रहे हैं। यह भव्य आयोजन 25 से 30 मार्च 2025 तक श्रीहित राधा...
नेशनल डेस्क: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। भक्तों के बीच इस उत्सव को लेकर भारी उत्साह है और हजारों श्रद्धालु इसमें भाग लेने के लिए वृंदावन पहुंच रहे हैं। यह भव्य आयोजन 25 से 30 मार्च 2025 तक श्रीहित राधा केलि कुंज परिसर में होगा, जहां भक्तगण पूज्य गुरुदेव भगवान के दर्शन कर सकेंगे। आइए जानते हैं इस विशेष आयोजन का पूरा कार्यक्रम। प्रेमानंद महाराज के जन्मोत्सव को पांच दिनों तक धूमधाम से मनाया जाएगा। भक्तगण अपनी श्रद्धा और प्रेम से इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस दौरान विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, भजन-कीर्तन और प्रवचन आयोजित किए जाएंगे। विशेष रूप से, भक्तों को गुरुदेव भगवान के दर्शन करने के लिए तय दिनांक और समय दिया गया है, ताकि सभी अनुयायी व्यवस्थित रूप से शामिल हो सकें।
कौन से दिन कौन दर्शन करेगा? देखें पूरी लिस्ट
25 मार्च 2025, मंगलवार:
वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना, मथुरा, ब्रज क्षेत्र, आगरा और अलीगढ़ के शिष्य।
26 मार्च 2025, बुधवार:
उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के शिष्य (ब्रज क्षेत्र, आगरा और अलीगढ़ को छोड़कर)।
27 मार्च 2025, गुरुवार:
दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और पंजाब के भक्त।
28 मार्च 2025, शुक्रवार:
एनआरआई भक्तों सहित हरियाणा, केरल, उत्तराखंड, असम, आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, बिहार और गुजरात के शिष्य।
29 मार्च 2025, शनिवार:
महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के शिष्य।
30 मार्च 2025, रविवार:
विरक्त परिकर (संन्यासी और अन्य विशेष भक्त)।
कैसे पहुंचे और किन बातों का रखें ध्यान?
-
वृंदावन पहुंचने के लिए रेल, बस और निजी वाहन की सुविधा उपलब्ध है।
-
आयोजन स्थल पर विशेष भंडारे और सत्संग का आयोजन किया जाएगा।
-
गुरुदेव के दर्शन का समय प्रातः 05:30 बजे से निर्धारित किया गया है।
-
सभी भक्तों से अनुशासन और शांति बनाए रखने की अपील की गई है।