Edited By Mahima,Updated: 18 Jan, 2025 02:46 PM
FIFA World Cup 2030 की मेज़बानी से पहले मोरक्को में 30 लाख स्ट्रीट डॉग्स को मारने की योजना बनाई जा रही है। इस कदम का विरोध बढ़ते हुए एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट जेन गुडॉल ने फीफा से हस्तक्षेप की अपील की है। मोरक्को में पहले भी आवारा कुत्तों को मारने की...
नेशनल डेस्क: FIFA World Cup 2030 की मेज़बानी मोरक्को, स्पेन और पुर्तगाल द्वारा संयुक्त रूप से की जाएगी। यह विश्व कप एक मेगा इवेंट है, जिसके आयोजन को लेकर मोरक्को ने पहले ही तैयारियों की शुरुआत कर दी है। लेकिन इन तैयारियों के बीच एक ऐसा विवाद सामने आया है, जो वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। मोरक्को सरकार ने शहरों को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए एक बड़ा और विवादास्पद कदम उठाने की योजना बनाई है। यह कदम है, शहरों में आवारा कुत्तों को मारने का, जिसे लेकर अब विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं।
क्या है विवाद?
रिपोर्ट्स के अनुसार, FIFA World Cup के दौरान मोरक्को में लाखों दर्शक मैच देखने के लिए आएंगे, और प्रशासन को यह चिंता सता रही है कि आवारा कुत्ते इन प्रशंसकों के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। शहरों को साफ-सुथरा रखने के उद्देश्य से मोरक्को प्रशासन ने करीब 30 लाख स्ट्रीट डॉग्स को मारने की योजना बनाई है। यह कदम सुरक्षा और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए उठाया जा रहा है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप इन कुत्तों के लिए मौत का सामान बनने वाली यह योजना बहुत ही विवादास्पद हो गई है।
एनिमल राइट्स एक्टिविस्टों का विरोध
इस योजना के सामने आने के बाद से एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट और संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। जानी-मानी एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट और वकील जेन गुडॉल ने इस मुद्दे पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने फीफा के महासचिव मैटियास ग्राफ स्ट्रॉ को एक पत्र लिखकर इस कदम के बारे में अपनी नाराजगी जाहिर की है। गुडॉल ने लिखा कि वह इस योजना से हैरान हैं और इसे जानवरों के प्रति क्रूरता मानती हैं। उन्होंने इंटरनेशनल एनिमल प्रोटेक्शन संगठनों को इस मुद्दे पर जागरूक किया है, जो इस समय मोरक्को के इस कदम पर नजर रखे हुए हैं। गुडॉल ने पत्र में यह भी सवाल उठाया है कि क्या वे फुटबॉल प्रशंसक, जो जानवरों से प्रेम करते हैं, इस तरह के क्रूर कृत्य के साथ सहमत होंगे। उन्होंने फीफा से अपील की है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें और मोरक्को प्रशासन से इस योजना को रोकने के लिए कदम उठाएं।
मोरक्को में पहले भी हो चुके हैं ऐसे कृत्य
गुडॉल ने यह भी आरोप लगाया कि मोरक्को में पहले भी शहरों को साफ करने के नाम पर आवारा कुत्तों को मारा जा चुका है। इसके तहत प्रशासन ने कई बार कुत्तों को मारने के अभियान चलाए हैं, जिनकी आलोचना की जाती रही है। अब इस कदम को और बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है, जो पशु अधिकारों की रक्षा करने वाले संगठनों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है।
क्या होने वाले हैं बड़े विरोध प्रदर्शन?
जेन गुडॉल ने चेतावनी दी है कि अगर फीफा इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करता और मोरक्को प्रशासन के इस कदम को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाता है, तो एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट बड़े विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि इस मुद्दे को लेकर दुनियाभर में एक बड़ा आंदोलन खड़ा हो सकता है, जो मोरक्को में होने वाले इस क्रूर कृत्य के खिलाफ होगा।
विश्व स्तर पर बढ़ रहा विरोध
यह मुद्दा अब केवल मोरक्को तक ही सीमित नहीं रहा। पूरी दुनिया में पशु अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन और एक्टिविस्ट इसे लेकर अपनी आवाज उठा रहे हैं। FIFA World Cup जैसे बड़े इवेंट में इस तरह की स्थिति उत्पन्न होना, जो विशेष रूप से बड़े पैमाने पर होती है, उसे लेकर जागरूकता बढ़ रही है। कई विशेषज्ञ और संगठन मानते हैं कि इस प्रकार के कदम सिर्फ मोरक्को के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक गलत उदाहरण प्रस्तुत कर सकते हैं। मोरक्को में FIFA World Cup 2030 की मेज़बानी से पहले यह विवाद देश-विदेश में गहरी चर्चा का विषय बन चुका है। इस मुद्दे पर उठ रही आवाजें यह साबित करती हैं कि जानवरों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए वैश्विक स्तर पर एकजुटता की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर होने वाले विरोध और फीफा की भूमिका पर सबकी नजरें रहेंगी।