Edited By Rahul Rana,Updated: 02 Dec, 2024 08:35 AM
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले की तैयारी जोरों पर है। इस आयोजन को लेकर योगी सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र को एक नया जनपद (जिला) घोषित कर दिया है। इस नए जनपद का नाम...
नेशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले की तैयारी जोरों पर है। इस आयोजन को लेकर योगी सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र को एक नया जनपद (जिला) घोषित कर दिया है। इस नए जनपद का नाम महाकुंभ मेला जिला रखा गया है।
महाकुंभ मेला जिला की घोषणा
प्रयागराज के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने रात के समय एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए इस नए जिले की घोषणा की। अब यूपी में कुल जिलों की संख्या 75 से बढ़कर 76 हो गई है। इस नोटिफिकेशन के अनुसार महाकुंभ मेला जिला में चार तहसीलें - सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना शामिल की गई हैं। इन चार तहसीलों के अंतर्गत 67 ग्राम (गांव) भी इस नए जिले में शामिल होंगे। इसके साथ ही पूरा परेड एरिया भी महाकुंभ मेला जिले में शामिल किया गया है।
नए जनपद के कलेक्टर और मेलाधिकारी की नियुक्ति
महाकुंभ मेला जिले का कलेक्टर और मेलाधिकारी विजय किरन आनंद को नियुक्त किया गया है। विजय किरन आनंद इस नए जिले में कलेक्टर के तौर पर सभी अधिकारों का इस्तेमाल करेंगे और वे इस क्षेत्र के सभी मामलों की देखरेख करेंगे।
13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा महाकुंभ मेला
प्रयागराज में महाकुंभ मेला 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान यहां लाखों श्रद्धालु एकत्रित होंगे। मेला क्षेत्र की भारी भीड़ और व्यवस्थाओं को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है ताकि मेले के दौरान व्यवस्थाएं सही तरीके से चल सकें। महाकुंभ मेला जनपद के अस्तित्व में आने के बाद यह जिला मेला समाप्त होने के बाद कुछ समय तक बने रहेगा और फिर इसे पहले जैसा किया जा सकता है।
महाकुंभ मेला जिले की जरूरत क्यों पड़ी?
महाकुंभ और अर्धकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है और एक बड़ा मेला क्षेत्र तैयार किया जाता है जिसमें अस्थायी शहर बसाया जाता है। ऐसे में यह कदम उठाया जाता है ताकि प्रशासन को मेले के दौरान प्रबंधन में कोई समस्या न आए। हर बार कुंभ के समय नया जनपद घोषित किया जाता है ताकि लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके और प्रशासन के लिए काम आसान हो सके।
इस तरह प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन की तैयारियां और प्रशासनिक फैसले मेला क्षेत्र में भीड़ के प्रबंधन के लिए मददगार साबित होंगे।