Edited By Anu Malhotra,Updated: 09 Nov, 2024 09:30 AM
अमेरिका में हालिया राष्ट्रपति चुनाव के बाद से बिटकॉइन की कीमतों में नई तेजी देखने को मिल रही है। एक दिन पहले 76,480 डॉलर के सात महीने पुराने उच्च स्तर को पार करने के बाद, शुक्रवार को बिटकॉइन ने 76,951 डॉलर का नया ऑल-टाइम हाई बनाया। विशेषज्ञों का...
नई दिल्ली: अमेरिका में हालिया राष्ट्रपति चुनाव के बाद से बिटकॉइन की कीमतों में नई तेजी देखने को मिल रही है। एक दिन पहले 76,480 डॉलर के सात महीने पुराने उच्च स्तर को पार करने के बाद, शुक्रवार को बिटकॉइन ने 76,951 डॉलर का नया ऑल-टाइम हाई बनाया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कुछ उतार-चढ़ाव के बाद जल्द ही 1 लाख डॉलर का स्तर छू सकता है।
नई तेजी के पीछे क्या वजहें हैं?
बिटकॉइन की इस तेजी का प्रमुख कारण अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की जीत को बताया जा रहा है। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार में क्रिप्टो को समर्थन देने की बात कही है और इसे एक रणनीतिक भंडार के रूप में देखने का सुझाव दिया है, जिससे क्रिप्टो बाजार में उम्मीद जगी है। क्रिप्टो एक्सपर्ट रजत गहलोत का कहना है कि जो बाइडेन के कार्यकाल में क्रिप्टो उद्योग पर कड़े नियमों के कारण बाजार दबाव में था। ट्रंप की नई नीतियों से क्रिप्टो इंडस्ट्री को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
ब्याज दरों में कटौती का असर
हाल ही में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है, जिसके चलते निवेशक अब जोखिम भरी संपत्तियों में अधिक निवेश कर रहे हैं। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने भी ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट्स की कमी की है। रिफ्लेक्सिकल के संस्थापक और क्रिप्टो एक्सचेंज जेबपे के पूर्व सीईओ अजीत खुराना के अनुसार, बिटकॉइन का फ्लोटिंग स्टॉक कम होने के कारण बाजार में निवेश बढ़ने से इसका असर तेजी से पड़ रहा है।
बढ़ रहा है निवेशकों का विश्वास
ट्रंप की जीत के बाद पिछले दो हफ्तों में बिटकॉइन-ईटीएफ में 14 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश हुआ है। खुराना का मानना है कि संस्थागत निवेशकों का बढ़ता विश्वास बिटकॉइन की कीमतों को स्थिरता और मजबूती प्रदान कर सकता है।
निवेशकों के लिए सलाह
अजीत खुराना का कहना है कि मौजूदा तेजी में कुछ प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिल सकती है, लेकिन जल्द ही बिटकॉइन 1 लाख डॉलर तक पहुंच सकता है। नए निवेशक इस समय बिटकॉइन में एंट्री ले सकते हैं, लेकिन गहलोत ने कर्ज लेकर निवेश करने से बचने की सलाह दी है। उनका कहना है कि अमेरिकी सरकार के पास 208,000 बिटकॉइन हैं, जो अगर बिकते हैं, तो इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है।
आगे क्या?
अजीत खुराना के अनुसार, ट्रंप के कार्यकाल में बिटकॉइन 280,000 डॉलर तक भी जा सकता है। हालांकि, अमेरिका में महंगाई बढ़ने या वैश्विक तनाव जैसे कारक इस तेजी को प्रभावित कर सकते हैं।