Edited By Harman Kaur,Updated: 07 Apr, 2025 07:21 PM
भाजपा के पूर्व सांसद रामदास तडस ने आरोप लगाया है कि उन्हें रामनवमी के दिन वर्धा जिले के देवली क्षेत्र स्थित राम मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं करने दिया गया। तडस ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मंदिर के न्यासी और पुजारी ने उन्हें यह कहते हुए...
नेशनल डेस्क: भाजपा के पूर्व सांसद रामदास तडस ने आरोप लगाया है कि उन्हें रामनवमी के दिन वर्धा जिले के देवली क्षेत्र स्थित राम मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं करने दिया गया। तडस ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मंदिर के न्यासी और पुजारी ने उन्हें यह कहते हुए प्रवेश से रोक दिया कि केवल धोती पहने हुए पुरुषों को ही गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति है।
रामदास तडस के अनुसार, वह अपनी पत्नी और कुछ समर्थकों के साथ भगवान राम के दर्शन करने मंदिर गए थे। उन्होंने पुजारी से कहा कि वह पिछले कई दशकों से इस मंदिर में आकर पूजा-अर्चना करते आए हैं, लेकिन पुजारी ने उन्हें मंदिर के भीतर जाने से रोक दिया और नियम का हवाला दिया।
इस मामले में तडस ने यह भी दावा किया कि इस मंदिर में पिछले 40 वर्षों से पूजा करते आ रहे थे, लेकिन इस तरह के प्रतिबंध का सामना पहले कभी नहीं किया था। इस कारण उनके समर्थकों और मंदिर के न्यासी के बीच तीखी बहस हो गई।
मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तडस को गर्भगृह में प्रवेश से रोकने का कारण मंदिर की मूर्ति और आभूषणों की सुरक्षा था। उन्होंने कहा, "यह कदम मूर्ति की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया था। पुजारी ने यह निर्णय लिया था ताकि कोई भी व्यक्ति बिना उचित नियमों के गर्भगृह में प्रवेश न कर सके।