Edited By Parveen Kumar,Updated: 14 Feb, 2025 11:51 PM
![prime minister modi is not from backward class by birth](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_23_51_3044475727-ll.jpg)
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जन्म से पिछड़े वर्ग (बीसी) से नहीं हैं और उनकी “मानसिकता पिछड़ा वर्ग विरोधी” है।
नेशनल डेस्क : तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जन्म से पिछड़े वर्ग (बीसी) से नहीं हैं और उनकी “मानसिकता पिछड़ा वर्ग विरोधी” है। रेड्डी ने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस “यदि आवश्यक हुआ, तो मोदी के खिलाफ लड़ाई” की घोषणा करेगी, क्योंकि केंद्र ने हैदराबाद मेट्रो रेल के विस्तार जैसी परियोजनाओं को मंजूरी नहीं दी है। कुछ लोगों की इस टिप्पणी का जिक्र करते हुए कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना के अंतिम रेड्डी मुख्यमंत्री होंगे, उन्होंने कहा कि उन्हें “अंतिम” होने में कोई आपत्ति नहीं होगी।
रेड्डी ने यहां तेलंगाना कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित युवा कांग्रेस की बैठक में राज्य में कांग्रेस सरकार द्वारा कराए गए जाति सर्वेक्षण पर एक पावरपॉइंट प्रस्तुति के दौरान दावा किया कि गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से पहले मोदी की जाति “अगड़ी जाति” थी। उन्होंने कहा, “मोदी जी कहते हैं कि वह पिछड़ा वर्ग हैं। वास्तव में मोदी जी पिछड़ा वर्ग से नहीं हैं। वह कानूनी रूप से पिछड़ा वर्ग (बीसी) में परिवर्तित हो गए हैं।” रेड्डी ने आरोप लगाया कि मोदी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद कानून बनाकर अपने समुदाय को पिछड़े वर्गों में शामिल कर दिया।
उन्होंने कहा, “हालांकि, उनके (मोदी) प्रमाण पत्र में कहा गया है कि वह पिछड़ा वर्ग (बीसी) से हैं, लेकिन उनकी मानसिकता पिछड़ा वर्ग (बीसी) विरोधी है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर मोदी पिछड़ा वर्ग से आते हैं, तो 2021 में जनगणना क्यों नहीं कराई गई और पिछड़े वर्गों की जनसंख्या का पता क्यों नहीं लगाया गया। जाति सर्वेक्षण के आंकड़ों में त्रुटि होने के आरोपों का जिक्र करते हुए रेड्डी ने कहा कि केंद्र को सामान्य जनगणना के तहत जाति जनगणना करानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) स्वार्थ के लिए जाति सर्वेक्षण के आंकड़ों में खामियां ढूंढने की कोशिश कर रही हैं।
रेड्डी ने कहा कि भाजपा आंकड़ों में खामियां ढूंढने की कोशिश कर रही है, क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी आगे और दबाव बनाएंगे, जो पहले ही संसद में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर पूरे देश में जाति जनगणना नहीं कराने का आरोप लगा चुके हैं। विकास परियोजनाओं के लिए धन स्वीकृत नहीं करने और मंजूरी न देने के लिए केंद्र की राजग सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र ने बिहार और गुजरात जैसे राज्यों को धन मंजूर किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “अगर हम केंद्र को एक रुपया कर देते हैं, तो हमें 42 पैसे मिलते हैं।
अगर एक रुपया दिया जाता है, तो बिहार को सात रुपये मिलते हैं, उत्तर प्रदेश को तीन रुपये मिलते हैं। तेलंगाना ने क्या पाप किया है? अगर एक रुपया दिया जाता है, तो हमें 42 पैसे मिलते हैं। मोदी जी, आप हमारे फंड से 58 पैसे ले रहे हैं।” इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी के जन्म से पिछड़ा वर्ग से नहीं होने के रेवंत रेड्डी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति का ऐसी टिप्पणी करना अनुचित है। यहां एक बयान में तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने मुख्यमंत्री को इस बात पर सार्वजनिक बहस की चुनौती दी कि प्रधानमंत्री पिछड़ा वर्ग से हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि रेवंत रेड्डी इसलिए ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस राज्य और देश भर में जनसमर्थन खो रही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी को रेवंत रेड्डी के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है। वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार ने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जाति और धर्म जानते हैं। कुमार ने कहा कि रेवंत रेड्डी द्वारा प्रधानमंत्री की जाति के बारे में बात करना कांग्रेस पार्टी की पिछड़ी जातियों को 42 प्रतिशत आरक्षण देने के वादे से ध्यान हटाने की एक और हताशापूर्ण रणनीति है। राहुल गांधी की जाति पूछते हुए कुमार ने कहा कि फिरोज जहांगीर गांधी उनके दादा हैं। कुमार ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "राहुल गांधी की जाति क्या है? उनका धर्म क्या है? क्या उन्हें पता है या आपको पता है? उनके दादा फिरोज जहांगीर गांधी थे। हिंदू परंपरा में जाति पिता के वंश के अनुसार होती है।"