Edited By Mahima,Updated: 28 Nov, 2024 11:14 AM
प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में सांसद के रूप में शपथ ली, और गांधी परिवार के तीन सदस्य—प्रियंका, राहुल और सोनिया गांधी—पहली बार संसद में एक साथ उपस्थित हुए। प्रियंका ने वायनाड उपचुनाव में बड़ी जीत हासिल की। उन्होंने संसद में लोगों की आवाज बनने का...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज पहली बार लोकसभा में सांसद के रूप में शपथ ली। वह केरल के वायनाड से हुए लोकसभा उपचुनाव में भारी जीत हासिल करने के बाद संसद में अपनी नई भूमिका में प्रवेश कर रही हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा, उनके भाई राहुल गांधी और मां सोनिया गांधी के साथ संसद में एक साथ मौजूद हैं।
गांधी परिवार का ऐतिहासिक क्षण
प्रियंका गांधी वाड्रा का लोकसभा में प्रवेश गांधी परिवार के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि संसद में दशकों बाद तीन सदस्य एक साथ दिखाई देंगे। प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी दोनों लोकसभा में होंगे, जबकि उनकी मां सोनिया गांधी राज्यसभा सांसद के रूप में पहले से मौजूद हैं। सोनिया गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव में रायबरेली से नहीं लड़ने का निर्णय ले चुकी हैं, इसलिए वह राज्यसभा में हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा, सोनिया गांधी और दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद परिवार की तीसरी महिला सदस्य बन गई हैं, जिन्होंने सांसद के रूप में शपथ ली है।
प्रियंका गांधी की वायनाड से भारी जीत
प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी, सीपीएम के सत्यन मोकेरी को चार लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया। प्रियंका को इस सीट पर कुल 6.22 लाख वोट मिले, जो 2024 के चुनावों में राहुल गांधी द्वारा प्राप्त वोटों से भी अधिक थे। राहुल गांधी ने पहले वायनाड से चुनाव लड़ने का फैसला किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी सीट खाली की और प्रियंका को यहां से उम्मीदवार बनाया। प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी जीत के बाद कहा, "मैं संसद में लोगों की आवाज बनने के लिए उत्सुक हूं। आपने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं आपका धन्यवाद करती हूं। मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि यह जीत आपकी जीत है और मैं आपके सपनों और उम्मीदों को संसद में हर जगह उठाऊंगी।"
राहुल गांधी की वायनाड में शानदार जीत
प्रियंका गांधी के भाई राहुल गांधी ने भी वायनाड में शानदार जीत हासिल की थी, जहां उन्होंने अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी को 3.64 लाख वोटों से हराया था। राहुल गांधी ने इस सीट पर 6.47 लाख वोट हासिल किए और यह उनका लगातार दूसरा चुनाव था, जिसमें उन्होंने जीत दर्ज की।
प्रियंका गांधी का राजनीति में प्रवेश
प्रियंका गांधी ने राजनीति में 2019 में कदम रखा था जब उन्हें कांग्रेस पार्टी के पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी महासचिव नियुक्त किया गया। इसके बाद, उन्होंने 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भी पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की थी, हालांकि पार्टी वहां प्रभाव छोड़ने में विफल रही थी। प्रियंका गांधी वाड्रा ने 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 43 पर जीत हासिल की और भाजपा के बहुमत के आंकड़े को पार करने से रोक लिया। प्रियंका गांधी ने रायबरेली और अमेठी में भी पार्टी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई, जहां गांधी परिवार की मजबूत पकड़ रही है। अमेठी में पार्टी के सहयोगी किशोरी लाल शर्मा ने भाजपा नेता स्मृति ईरानी को हराया। प्रियंका गांधी के अलावा, कांग्रेस नेता रवींद्र चव्हाण भी आज लोकसभा में शपथ लेंगे। उन्होंने नांदेड़ सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार को हराकर जीत दर्ज की थी।