Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 31 Jan, 2025 03:37 PM
गुजरात के सुरेन्द्रनगर में 19 वर्षीय होम्योपैथी छात्रा उर्वशी ने प्रोफेसरों के उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने शिक्षा जगत को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन प्रोफेसर और प्रिंसिपल को हिरासत में लेकर पूछताछ...
नेशनल डेस्क: गुजरात के सुरेन्द्रनगर में 19 वर्षीय होम्योपैथी छात्रा उर्वशी ने प्रोफेसरों के उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने शिक्षा जगत को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन प्रोफेसर और प्रिंसिपल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
प्रोफेसरों की प्रताड़ना से टूटी छात्रा
उर्वशी मेहसाणा विसनगर हाईवे पर बासना के पास आई मर्चेंट कॉलेज के होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी। वह बीएचएमएस प्रथम वर्ष की छात्रा थी। गुरुवार को उसने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद छात्रा के पिता ने पुलिस स्टेशन में चार प्रोफेसरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को प्रोफेसर सुरेशराव परीक्षा में फेल करने की धमकी देकर ऊंची आवाज में धमकाते थे। प्रोफेसर प्रशांत उसे एक ही चीज तीन-तीन बार लिखने को कहते थे और 2-3 घंटे खड़ा रखते थे। प्रोफेसर बोस उसके बारे में अश्लील टिप्पणियां करते थे। उर्वशी ने जब इस बारे में प्रिंसिपल पाटिल से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि "पढ़ना है तो यह सब सहन करना सीखो।" लड़की के पिता ने बताया कि प्रिंसिपल के प्रोफेसरों का पक्ष लेने की वजह से छात्रा को न्याय नहीं मिला और उसने आत्महत्या कर ली।
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पुलिस की कार्रवाई
महेसाणा डिप्टी एसपी मिलाप पटेल ने बताया कि उर्वशी के पिता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कॉलेज के चार प्रोफेसरों और प्रिंसिपल ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया था। इसी आधार पर पुलिस ने तीन प्रोफेसर और प्रिंसिपल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
इस घटना से शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। छात्रों और शिक्षकों ने इस घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।