Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Sep, 2024 08:38 PM
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने सोमवार को दावा किया कि उनके कार्यकाल में एक लाख से अधिक भर्तियां हुई हैं, और आजादी के बाद से किसी भी सरकार ने अपने शासनकाल में इतने युवाओं को नौकरियां नहीं दीं।
नेशनल डेस्क: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने सोमवार को दावा किया कि उनके कार्यकाल में एक लाख से अधिक भर्तियां हुई हैं, और आजादी के बाद से किसी भी सरकार ने अपने शासनकाल में इतने युवाओं को नौकरियां नहीं दीं। प्रदेश में 23,956 संविदा शिक्षकों एवं राज्य पूल शिक्षकों को स्थायी नियुक्ति पत्र वितरित करने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा कि सरकार अगले साल तक 50,000 और युवाओं को नौकरी देगी।
उन्होंने कहा, ‘‘आज की नियुक्तियों से पहले हमने 1,00,389 युवाओं को नौकरी दी है, जिससे एक लाख नौकरियां देने का हमारा वादा पूरा हुआ है। अगर हम आज की नियुक्तियों पर विचार करें तो मई 2021 से अब तक 1,24,345 नौकरियां होंगी।'' भाजपा ने 2021 के विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान असम में हर साल एक लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था। हालांकि, उन्होंने बाद में इसे संशोधित करते हुये कहा कि यह आंकड़ा पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए था।
सरमा ने कहा, ‘‘आजादी के 78 वर्षों में कोई भी सरकार एक बार में एक लाख नौकरी नहीं दे सकी है । हमारी सरकार ने उस सुनहरे दौर को पार कर लिया है और हमें उम्मीद है कि भविष्य में हम ऐसे और मील के पत्थर हासिल करेंगे।'' मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल तक शिक्षा और पुलिस जैसे विभिन्न विभागों में 50,000 और नियुक्तियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सभी नए नियुक्त लोग नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) का हिस्सा होंगे, जो अप्रैल 2025 से स्वचालित रूप से एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) बन जाएगी।
सरमा ने कहा कि प्रदेश सरकर, शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण शिक्षकों को वेतन देने के लिए हर साल 2,000 करोड़ रुपये खर्च करता है और यह राशि हर साल बढ़ रही है। उन्होंने कहा ‘‘जब मैंने शिक्षा मंत्री के रूप में 2012 में पहली बार टीईटी शिक्षकों की नियुक्ति की थी, तो मुझे राजनीतिक समर्थन नहीं मिला था और मेरी अपनी सरकार ने मेरी आलोचना की थी।'' उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग जल्द ही स्कूलों में प्रधानाध्यापकों के लिए 6,000 पदों की मंजूरी देगा।