Edited By rajesh kumar,Updated: 21 Aug, 2024 07:22 PM
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को दावा किया कि ठाणे जिले के बदलापुर कस्बे के एक स्कूल की दो बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में हो रहा प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित है और इसका मकसद राज्य सरकार की छवि खराब करना है।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को दावा किया कि ठाणे जिले के बदलापुर कस्बे के एक स्कूल की दो बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में हो रहा प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित है और इसका मकसद राज्य सरकार की छवि खराब करना है। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकतर प्रदर्शनकारी बाहरी थे। शिंदे ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि घटना पर राजनीति करने वालों को शर्म आनी चाहिए।
बदलापुर कस्बे में मंगलवार को उस समय बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए जब गुस्साए अभिभावकों, स्थानीय निवासियों और अन्य लोगों ने रेलवे पटरियों को अवरुद्ध कर दिया और उस स्कूल में तोड़फोड़ की, जहां पिछले सप्ताह एक पुरुष सहायक द्वारा दो छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया गया था।
विरोध राजनीति से प्रेरित था- सीएम शिंदे
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘विरोध राजनीति से प्रेरित था क्योंकि प्रदर्शनकारी स्थानीय निवासी नहीं थे। स्थानीय निवासी जो विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे, उन्हें उंगलियों पर गिना जा सकता है।'' उन्होंने कहा कि राज्य के मंत्री गिरीश महाजन ने प्रदर्शनकारियों की सभी मांगें मान लीं लेकिन वे अब भी नरम पड़ने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि वे सिर्फ सरकार को बदनाम करना चाहते थे।'' शिंदे के मुताबिक, कुछ प्रदर्शनकारी तख्तियां लिए हुए थे जिनमें ‘लाडकी बहिन योजना' का जिक्र था। यह महिलाओं के लिए महाराष्ट्र सरकार की प्रमुख वित्तीय सहायता योजना है।
रेल सेवाएं 10 घंटे से अधिक समय तक बाधित रहीं
तख्तियों पर लिखा था कि उन्हें 1,500 रुपये की मासिक राशि नहीं चाहिए बल्कि अपनी लड़कियों की सुरक्षा चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने रेल मार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण बदलापुर और अंबरनाथ के बीच रेल सेवाएं 10 घंटे से अधिक समय तक बाधित रहीं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘क्या कोई इस तरह से विरोध करता है? इस योजना के कारण विपक्ष को जो पेट दर्द हो रहा है, वह कल के विरोध प्रदर्शन से दिखाई दे रहा है।'' ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहन योजना' के तहत पात्र महिलाएं 1,500 रुपये की मासिक राशि प्राप्त करने की हकदार हैं।
शहर में इंटरनेट सेवा बंद
विरोध प्रदर्शन के बाद महाराष्ट्र सरकार ने घटना की जांच के लिए वरिष्ठ आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी आरती सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की घोषणा की। व्यापक पैमाने पर प्रदर्शनों के मद्देनजर बुधवार को शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।
25 पुलिसकर्मी घायल, 72 लोग गिरफ्तार
बदलापुर रेलवे स्टेशन और शहर के अन्य स्थानों पर प्रदर्शन के दौरान पथराव की घटनाओं में रेलवे पुलिस सहित कम से कम 25 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने हिंसा के संबंध में कम से कम 72 लोगों को गिरफ्तार किया है और चार प्राथमिकी दर्ज की हैं।